रांची: चांडिल के गोराबेंदा गांव की रहने वाली प्रमिला किस्कु झारखंड की सेकंड स्टेट टॉपर बनी हैं. आर्थिक तंगी के बावजूद इस छात्रा ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है. खास बात ये है कि प्रमिला ने जिस तरह से पढ़ाई की है वह हर किसी के लिए एक मिसाल है. हर व्यक्ति को प्रमिला से प्रेरणा लेने की जरुरत है.
आर्ट्स स्टेट टॉपर ने बताया अपना दर्द, कहा- एक समय पिता ने कहा था छोड़ दो पढ़ाई
झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने इंटर आर्ट्स की परीक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया है. इस परीक्षा में चांडिल की प्रमिला किस्कु झारखंड की सेकेंड टॉपर बनी हैं. ईटीवी भारत से बात करते हुए उन्होंने बताया कि उनकी आर्थिक स्थिति इतनी खराब है कि एक बार उनके पिता ने उनसे पढ़ाई छोड़नी की बात कही थी. हालांकि फिर उन्होंने अपने पिता को मनाया और पूरी लगन के साथ मेहनत किया जिसका परिणाम इन्हें मिला है.
कठिन परिस्थितियों के बावजूद झारखंड एकेडमिक काउंसिल की इंटर आर्ट्स के परीक्षा में झारखंड की सेकंड टॉपर बनी हैं. सरायकेला, चांडिल के गोराबेंदा की रहने वाली प्रमिला किस्कु रांची महिला कॉलेज की छात्रा हैं. इन्होंने 422 अंकों के साथ राज्य में दूसरा स्थान हासिल किया. रिजल्ट जारी होने के बाद पहले तो जब प्रमिला ने अपना रिजल्ट देखा तो उन्हें भरोसा ही नहीं हुआ कि उन्होंने टॉप किया है. लेकिन कॉलेज प्रबंधन और मीडिया वालों ने जब उन्हें बताया कि वह राज्य की दूसरी टॉपर हैं तब उन्हें भरोसा हुआ.
प्रमिला ने ईटीवी भारत के साथ बातचीत करते हुए बताया कि उनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब है. एक ऐसा समय आया था जब पिता ने उन्हें पढ़ाई तक छोड़ने की बात कही थी. लेकिन बावजूद इसके उन्होंने हार नहीं मानी और दोगुनी मेहनत से अपनी तैयारियों पर फोकस किया. प्रमिला ने अपने जूनियर विद्यार्थियों से कहा कि वह भी मन लगाकर पढ़े तो अच्छे अंक लाया जा सकता है. प्रमिला आईएएस बनना चाहती हैं और इसकी तैयारी का मन बना चुकी हैं. सुदूर ग्रामीण क्षेत्र की इस छात्रा ने आज साबित कर दिया कि लगन के साथ पढ़ाई करने से सफलता जरूर हासिल होती है. प्रमिला के पिता एक छोटे किसान हैं और मां गृहिणी हैं घर में आर्थिक स्थिति सही नहीं है, इसलिए रांची वूमेंस कॉलेज के आदिवासी गर्ल्स हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रही हैं.