रांची: केंद्रीय मंत्री बनने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा परेशानी में दिख रहे हैं. परेशानी का आलम यह है कि इस बात को लेकर उन्हें सोशल मीडिया पर सफाई भी देनी पड़ी.
केंद्रीय मंत्री बनते ही परेशानी में घिरे अर्जुन मुंडा, सोशल मीडिया पर दी सफाई
केंद्रीय मंत्री सोशल मीडिया पर विधानसभा चुनाव से पहले कुड़मियों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिलने की बात पर कहा कि यह खबर बिल्कुल झूठी है.
दरअसल, खुद को अधिवक्ता बताने वाले वीरेंद्र नाथ महतो नामक व्यक्ति ने यह सूचना फैलायी है. उसने दावा किया है कि केंद्रीय मंत्री बनने के बाद एक प्रतिनिधिमंडल के साथ उसने अर्जुन मुंडा से मुलाकात की है. उसने यह सूचना फैलाई की विधानसभा चुनाव से पहले कुड़मियों को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा मिलने जा रहा है.
उन्होंने कहा कि मुलाकात के दौरान मुंडा ने कथित तौर पर उसे यह आश्वासन दिया. जैसे ही यह खबर सोशल मीडिया में वायरल हुई, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने इसका खंडन किया. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से इसका खंडन किया.