रांची: राजधानी के पुंदाग ओपी क्षेत्र के इलाही नगर में 26 मई को मो अफजल की गला रेत कर हत्या कर दी गई थी. मामले में आरोपी काला पप्पू के अलावा अजय तिर्की और मो सलीम पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
कई कांडों का खुलासा
जेल भेजने से पहले हुई पूछताछ में आरोपी काला पप्पू ने कई कांडों को पुलिस के समक्ष खुलासा भी किया है. उसने खुलासा करते हुए बताया कि सोनू इमरोज की हत्या के बाद तबरेज और अफजल दोनों ही अपना वर्चस्व कायम करना चाहता था. दोनों ही एक-दूसरे को आगे बढ़ते नहीं देखना चाहते थे. जिले लेकर तबरेज ने अफजल की गला रेत कर हत्या कर दी.
वहीं, आरोपी काला ने पुलिस को बताया कि हत्या करने से पहले तबरेज, नागा, अफजल ने पुंदाग के टुंगरी पहाड़ी के पास नशा किया. जिसके बाद काला पप्पू और नागा ने अफजल की पीठ पर पहले चाकू मारा. वहीं ,जब अफजल वहां से भागने लगा तो उसी दौरान उसकी गला रेत कर हत्या कर दी और मौके से फरार हो गया.
दो लाख में हत्या का हुआ था सौदा, 50 हजार मिला था एडवांस
आरोपी काला की गिरफ्तारी से दो अन्य मामलों का भी खुलासा हुआ. पूछताछ में काले ने पुलिस को जानकारी दी कि प्रदीप तिर्की की हत्या के लिए अजय तिर्की ने भोलू उर्फ मो सलीम के माध्यम से दो लाख रुपए की सुपारी दी थी. भोलू के माध्यम से अजय ने उसे 50 हजार रुपए एडवांस के तौर पर दिया था साथ ही एक देसी पिस्टल, चार गोली और एक स्कूटी भी दी थी.
आरोपी ने बताया कि प्रदीप की हत्या की योजना थी लेकिन निशाना चूक जाने की वजह से प्रदीप बाल-बाल बच गए थे. इधर, पुलिस को प्रदीप तिर्की ने यह बयान दिया था कि वे जमीन पर कब्जा करने वालों का विरोध करते हैं, इस वजह से साजिश के तहत उनपर हमला करवाया गया था.
रंगदारी वसूलने पहुंचा था काला
कोतवाली डीएसपी अजित कुमार विमल ने बताया कि रविवार को काला उर्फ पप्पू लेक रोड में घूम रहा था. पुलिस को यह जानकारी मिली कि पप्पू किसी मुर्गी फार्म वाले से रंगदारी की वसूली करने की तैयारी कर रहा है. सूचना के आधार पर पुलिस की टीम ने छापेमारी कर काला को लेक रोड से गिरफ्तार किया. तलाशी के दौरान उसके पास के एक देसी लोडेड सिक्सर और गोली बरामद की गई.