झारखंड

jharkhand

डीवीसी के हाइडल प्रोजेक्ट के विरोध में आदिवासियों का महाजुटान, केंद्र सरकार से प्रस्ताव रद्द करने की मांग

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Nov 5, 2023, 8:44 PM IST

बोकारो के ललपनिया लुगु पहाड़ में प्रस्तावित हाइडल पावर प्रोजेक्ट का आदिवासियों ने विरोध किया. इस दौरान भारी संख्या में आदिवासी ललपनिया पहुंचे. जहां उन्होंने केंद्र सरकार से इस प्रस्ताव को रद्द करने की मांग की. DVC hydel power project in Lalpania Lugu mountain.

DVC hydel power project in Lalpania Lugu mountain
DVC hydel power project in Lalpania Lugu mountain

डीवीसी के हाइडल प्रोजेक्ट के विरोध में आदिवासियों का महाजुटान

बोकारो:जिले के ललपनिया लुगु पहाड़ में डीवीसी द्वारा प्रस्तावित 1500 मेगावाट के हाइडल पावर प्रोजेक्ट का आदिवासी जमकर विरोध कर रहे हैं. इस विरोध में रविवार को देशभर से आये आदिवासियों ने डीवीसी और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस सामूहिक सभा में आदिवासी पुरुष, महिलाएं और बच्चे पारंपरिक परिधानों में हाथों में पारंपरिक हथियार लेकर पहुंचे थे.

यह भी पढ़ें:बोकारो में डीवीसी प्लांट का अनिश्चितकालीन चक्का जाम, 9 सूत्री मांग को लेकर संयुक्त मोर्चा संघर्ष समिति कर रहा आंदोलन

इस विरोध प्रदर्शन के लिए ललपनिया फुटबॉल मैदान में आदिवासियों की भारी भीड़ उमड़ी, जहां सभी ने एक स्वर से केंद्र सरकार और डीवीसी से इस प्रस्तावित हाइड्रोलिक पावर प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द रद्द करने की मांग की. इस महासम्मेलन के माध्यम से आदिवासियों ने केंद्र और राज्य सरकार से मांग की कि दोनों सरकारें लुगु पहाड़ को आदिवासियों की धरोहर मानकर अधिसूचना जारी करने का काम करें.

पहाड़ पर दुनिया भर के आदिवासियों की आस्था:आदिवासियों ने कहा कि विश्व भर के आदिवासियों की इस पहाड़ में स्थित लोगों बाबा पर सबसे बड़ी आस्था है. क्योंकि बाबा आदिवासियों के सबसे बड़े देवता माने जाते हैं. ऐसे में अगर यहां हाइड्रोलिक पावर प्रोजेक्ट बनता है तो यह आदिवासियों के धर्म और संस्कृति में हस्तक्षेप होगा. आदिवासी प्रकृति पूजक हैं. हम किसी भी कीमत पर प्रकृति से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं करेंगे. वहीं आदिवासी नेताओं ने कहा कि राज्य सरकार ने पावर प्रोजक्ट के लिए किसी भी तरह की सहमति देने से इनकार कर दिया है. ऐसे में केंद्र सरकार को जल्द से जल्द इस पर फैसला लेना चाहिए. अगर यह प्रोजेक्ट रद्द नहीं किया गया तो हम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस आंदोलन को तेज करेंगे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details