बोकारो: शहर से लेकर गांव तक फर्जीवाड़ा करने वाले अपराधियों का गैंग सक्रिय है. शहरी क्षेत्रों में जेवर और बर्तन सफाई (Fraud in name of cleaning jewelry In Bokaro) को लेकर दो युवक लगातार चार घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं. लेकिन अपराधी अब तक पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं.
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क्या है पूरा मामला: शहर के 12सी निवासी संजीव कुमार सिन्हा की माता चंद्रावती देवी और पत्नी लवली सिन्हा घर में थी. बाइक से दो ठग घर तक पहुंचे. दो ठग कांसा और पीतल का बर्तन साफ करने वाला पाउडर बेचने की बात कह आंगन तक आ गए. महिलाओं को विश्वास में लेकर दोनों बर्तन चमकाने लगे. दोनों ने फिर कहा कि गहने भी चमका देंगे. इसी बीच बुजुर्ग महिला चंद्रावती देवी ने कान से बाली खोलकर चमकाने वाले को दे दिया. साथ ही उनकी बहू लवली भी उनके झांसे में आकर अपने कान की बाली और गले से चैन खोलकर साफ करने के लिए दे दिया.
जेवर साफ करने के नाम पर ठगी: जेवर साफ करने के बाद दोनों ने एक लिफाफा दिया और कहा कि 5 मिनट के बाद इसमें रखे गहने निकाल कर देखेंगे तो उसमें और चमक आएगी. इसके बाद दोनों ठग बाइक से भाग गए. 5 मिनट बाद सास- बहू ने लिफाफा खोला, तो उसमें चीनी भरा था. चीनी देखते ही दोनों रोने लगीं. इसके बाद संजीव को फोन पर इसकी जानकारी दी. वह घर आया और सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई पूरी हरकत को देखकर, इसकी सूचना सेक्टर 12 पुलिस को दी.
ठग पुलिस की गिरफ्त से बाहर: इन ठगी करने वाले अपराधियों को पुलिस अभी तक पकड़ नहीं पाई है. 42 दिनों में शहर में यह चौथी ठगी की घटना है. मानो ऐसा प्रतीत होता है कि पुलिस हाथ पर हाथ रखकर अभी सोच- विचार में ही लगी हुई है. पुलिस के इस कार्य से उस पर सवालिया निशान खड़ा होता है.