चाईबासा: सिंहभूम लोकसभा में 12 मई को मतदान होना है. मतदान करवाने को लेकर 1284 मतदान केंद्रों के लिए पोलिंग पार्टियां भेजी जा रही हैं. मतदान कर्मचारियों को हेली ड्रॉपिंग के माध्यम से 130 बूथों के लिए पहुंचाया गया है.
जानकारी देते उपायुक्त अरवा राजकमल
शुक्रवार को जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त अरवा राजकमल ने पश्चिम सिंहभूम समाहरणालय सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मामले की जानकारी दी. जिला निर्वाचन पदाधिकारी अरवा राजकमल ने बताया कि सिंहभूम लोकसभा क्षेत्र के मनोहरपुर चक्रधरपुर और जगन्नाथपुर विधानसभा क्षेत्र के 733 बूथों के लिए नियुक्त मतदानकर्मियों को रवाना किया गया है. इसके साथ ही 312 बूथों के लिए मतदानकर्मियों को सड़क मार्ग से चार पहिया वाहनों से भी भेजा गया है.
उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्ति जो इस क्षेत्र के मतदाता नहीं है. वह लोग मतदान के दिन क्षेत्र से बाहर रहे. मतदान के दिन यदि उनके द्वारा मतदाताओं को प्रलोभन देने की शिकायत प्राप्त होती है तो उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. चुनाव को निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण संपन्न करवाने के लिए 30 एसएसटी की टीम निगरानी कर रही है. जिले के विभिन्न क्षेत्रों में 15 चेक पोस्ट बनाए गए हैं जहां लगातार जांच चल रही है. अभी तक जिले में कुल 16 लाख रुपए को सीज किया गया है.
उन्होंने बताया कि 136 बूथों का लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा. इस टेलीकास्ट को जिला कंट्रोल रूम में और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के कार्यालय में भी देखा जा सकता है. बूथस्तर पर होने वाली किसी तरह की गड़बड़ी को भी देख सकेंगे. उन्होंने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण इंटेलिजेंस रिपोर्ट के आधार पर 93 मतदान केंद्रों के स्थान परिवर्तन की सूची तैयार की गई थी. जिसके लिए राजनीतिक दल एवं उम्मीदवारों के साथ 27 अप्रैल और 1 मई को बैठक भी की गई थी.
101 ऐसे बूथ जहां किसी भी तरह की नेटवर्क कनेक्टिविटी का अभाव है, वहां सेटेलाइट फोन के साथ पोलिंग पार्टियां अपना काम करेंगी. उन्होंने बताया कि जगन्नाथपुर, चक्रधरपुर और मनोहरपुर विधानसभा क्षेत्र के कुल 733 मतदान केंद्रों को पी-2 की श्रेणी में रखा गया है. जिसके तहत मतदान केंद्र के मतदानकर्मियों को सुरक्षा के दृष्टिकोण से मतदान की निर्धारित तिथि को 2 दिन पूर्व मतदान केंद्र तक पहुंचाया जाना है.