गुरुग्राम:वन स्टॉप क्राइसिस सेंटर और पुलिस की संयुक्त टीम ने मंगलवार को गुरुग्राम के न्यू कॉलोनी क्षेत्र में एक कामकाजी दंपति द्वारा बच्चे की देखभाल के लिए रखी गई 16 वर्षीय लड़की को उसके घर से छुड़ाया. दंपति द्वारा कई महीनों से लड़की को प्रताड़ित किया जा रहा था, कहा जा रहा है कि उसे एक तरफ उसका यौन उत्पीड़न किया जा रहा था तो दूसरी तरफ ठीक से खाना भी नहीं दिया जा रहा था. पुलिस ने कहा कि उसके हाथ, पैर और मुंह पर चोट के कई निशान पाए गए हैं. पुलिस ने बताया कि दंपति से बच्ची इतनी डरी हुई थी कि वह बोल भी नहीं पा रही थी. लड़की को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया और दंपति के खिलाफ न्यू कॉलोनी थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
नाबालिग के साथ हैवानियत: सखी केंद्र प्रभारी पिंकी मलिक द्वारा दर्ज करायी गयी शिकायत के अनुसार सूचना मिली थी, कि न्यू कॉलोनी क्षेत्र स्थित एक मकान में दंपति द्वारा 16 वर्षीय नाबालिग लड़की को घरेलू कार्य के लिये रखा गया है. लड़की झारखंड के रांची की रहने वाली है और उसे एक प्लेसमेंट एजेंसी के जरिए हायर किया गया था. दंपति ने बच्ची से ना सिर्फ काम कराया बल्कि रोज उसकी बेरहमी से पिटाई भी करते थे. यही नहीं कई बार उसे गर्म चिमटे से दागते भी थे. उत्पीड़न की दास्तां यही खत्म नहीं होती. लगातार काम करने के बाद थकी हुई बच्ची को दंपति ना ठीक से खाना देते थे और ना ही रात भर सोने देते थे. मामला स्थानीय पुलिस तक पहुंचने के बाद पुलिस की टीम के साथ लड़की को दंपति के घर से छुड़ाया.
नाबालिग के शरीर पर चोट के निशान:पुलिस ने जब बच्ची को बरामद कियाउसका मुंह पूरी तरह से सूजा हुआ था और उसके हाथ पर चिमटे से जलने के निशान के अलावा शरीर पर जगह-जगह चोट के निशान पाए गए थे. फिलहाल बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उसका इलाज चल रहा है. पुलिस के मुताबिक, प्रारंभिक जांच में पता चला है, कि दंपति ने अपनी साढ़े तीन साल की बेटी की देखभाल के लिए पांच महीने पहले लड़की को काम पर रखा था. इस दौरान दोनों पति-पत्नी आए दिन किसी न किसी वजह से लड़की को बेवजह पीटते रहते थे.