रांची: विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने किशोरगंज स्थित प्रांतीय कार्यालय में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने संगठन को मजबूत करने के लिए महत्त्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि विश्व हिंदू परिषद के 55 वर्ष पूरे होने पर देश भर में विश्व हिंदू परिषद का स्थापना दिवस मनाया जा रहा है.
एक लाख गांवों तक पहुंचने का लक्ष्य
मिलिंद परांडे ने कहा कि संगठन विस्तार कार्यक्रम के तहत 60 हजार गांवों तक अपनी पहुंच बना चुके हैं. अब हमारा लक्ष्य एक लाख गांवों तक संगठन को पहुंचाना है. मिलिंद परांडे ने बताया कि विश्व हिंदू परिषद के माध्यम से शिक्षा, चिकित्सा और आर्थिक स्वावलंबी के क्षेत्र में लगभग 92 हजार से ज्यादा सेवा कार्य चल रहे हैं. वहीं झारखंड में भी सेवा कार्य कैसे बढ़े उसको लेकर भी बैठक में चर्चा की गई.
ये भी पढ़ें-धर्मांतरण, शादी और फिर तीन तलाक के केश में उलझी पुलिस, युवती ने लगाये हैं गंभीर आरोप
बांग्लादेशी-रोहिंग्या घुसपैठ पर रोक की जरूरत
इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने सरकार के कार्यों की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि हजारीबाग, जमशेदपुर और धनबाद में अवैध बूचड़खाने को बंद किया गया है, यह निश्चित रूप से हिंदू आस्था के लिए सरकार की तरफ से बेहतर कदम है. उन्होंने सरकार को अवगत कराते हुए कहा कि जिस प्रकार से बिहार और बंगाल के सटे पाकुड़ और साहिबगंज से बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठ निरंतर जारी है. इससे संतुलन बिगड़ रहा है. इस पर सरकार को ठोस कदम उठाना चाहिए.
धारा 370 हटाने के फैसले का स्वागत
वहीं उन्होंने ईसाई मिशनरियों पर भी हमला बोला और कहा कि किस प्रकार इसाई मिशनरियों द्वारा चलाए जा रहे बालक-बालिका आश्रम से बच्चों को बेचा जाता था. वैसे मिशनरियों को और संस्थाओं का प्रारंभ करने की अनुमति फिर से दे दी गई है जो अत्यंत दुखद है. ऐसी संस्थाओं पर सरकार को रोक लगानी चाहिए. इसके साछ ही उन्होंने गौ तस्करी को लेकर भी सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया और धारा 370 हटाने के फैसले का स्वागत भी किया.