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बिहारी बाबू या बंगाली बाबू? बोले TMC सांसद शत्रुघ्न सिन्हा- 'मैं तो सही मायने में हिंदुस्तानी बाबू हूं'

आसनसोल से टीएमसी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा (TMC MP Shatrughan Sinha) शनिवार को पटना पहुंचे हैं. इस दौरान उन्होंने बाबू वीर कुंवर सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. वहीं, मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने अपने ही अंदाज में विरोधियों को जबाव दिया है.

Shatrughan Sinha On Bihar Visit
Shatrughan Sinha On Bihar Visit

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Published : Apr 23, 2022, 9:45 PM IST

पटनाःआसनसोल से टीएमसी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा (TMC MP Shatrughan Sinha On Bihar Visit ) ने पटना में बाबू वीर कुंवर सिंह पार्क में जाकर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इस दौरान उनसे जब पूछा गया कि आप बिहारी बाबू हैं या बंगाली बाबू? इस पर उन्होंने अपने ही अंदाज में जबाव देते हुए कहा कि 'बिहारी बाबू तो हम हैं ही. बिहार की जनता का स्नेह मिलता ही रहा है और बंगाली बाबू बनकर भी जनता ने हमें जिताया है. वैसे हमारे मित्र नीतीश कुमार कहतें है कि हम सब भारत माता की संतान हैं तो मैं भी भारत माता का ही संतान हूं. इसलिए सही मायने में पूछिये तो मैं हिंदुस्तानी बाबू हूं.

नीतीश के मन में क्या है? :जब उनसे पूछा गया कि देश में महंगाई बढ़ रही है और आम जनता परेशान है. इसके जबाव में उन्होंने कहा कि अभी हम राजनीतिक कार्यक्रम में नहीं हैं. मैं यहां वीर कुंवर सिंह को याद करने आया हूं लेकिन महंगाई और बेरोजगारी की जो बात तो सच है. शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि वीर कुंवर सिंह की प्ररेणा से चुनावी मैदान में उतरे थे. हमारे सामने आए सभी विरोधियों को हमने खामोश कर दिया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आवास पर हुए दावत-ए-इफ्तार में शामिल होने पर उन्होंने कहा कि उनके मन में क्या है ये या तो मुख्यमंत्री बताएंगे या फिर हमारे मित्र लालू प्रसाद के परिवार के लोग बता पाएंगे.

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राष्ट्रवाद और सच्चे राष्ट्रभक्ति को समझे युवाःइस दौरान उन्होंने कहा कि बाबू वीर कुंवर सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए यहां आया हूं. बाबू वीर कुंवर आजादी के सच्चे नायक (Babu Veer Kuwar IS the true hero of freedom) थे. युवाओं को इनसे प्रेरणा लेकर राष्ट्रवाद और सच्चे राष्ट्रभक्ति को समझें. उन्होंने कहा कि बाबू कुंवर सिंह के परिवार को आज भी हम उतना ही आदर करते हैं, जितना कुंवर सिंह को करते हैं. आज भी उनके परिवार के लोग हमारे साथ हैं. हम लोगों से आह्वान करते हैं कि सिर्फ उन्हें श्रद्धांजलि न दें बल्कि उनकी शौर्यगाथा को समझें और उससे प्रेरणा लें.

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