रांची:झारखंड के सभी जिलों से आए अंशकालिक शिक्षक-शिक्षिकाओं ने मोरहाबादी मैदान (Morabadi Ground) में बैठक कर सरकार से उचित मानदेय की मांग की. कस्तूरबा विद्यालय समेत कई आवासीय विद्यालयों के शिक्षकों को कई महीनों से मानदेय नहीं मिल रहा है.
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झारखंड में कस्तूरबा विद्यालयों के साथ-साथ कई आवासीय विद्यालय संचालित हैं. इन विद्यालयों में अंशकालिक शिक्षक-शिक्षिकाओं को रखा गया है. इन शिक्षकों को घंटी के आधार पर मानदेय दिया जाता है, लेकिन पिछले कई महीनों से इन शिक्षकों को सही समय पर मानदेय नहीं दिया जा रहा है. मानदेय भी काफी कम है. इससे शिक्षकों के सामने भुखमरी की स्थिति है. महंगाई को लेकर और वेतन वृद्धि नहीं होने के कारण शिक्षकों की आर्थिक स्थिति दिन-ब-दिन खराब हो रही है. स्थाई शिक्षक नहीं होने के बावजूद ऐसे स्कूलों का संचालन इन अंशकालिक शिक्षकों के भरोसे हो रहा है. पठन-पाठन के अलावा कार्यालय संबंधित कई काम ये शिक्षक करते हैं. इसके बावजूद इनके मानदेय की ओर अब तक ध्यान नहीं दिया गया है.
शिक्षा मंत्री और सीएम ने भी दिया है आश्वासन
शिक्षा मंत्री के अलावा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी इन शिक्षकों को आश्वासन दिया था कि आने वाले समय में उनके मानदेय में वृद्धि कर दी जाएगी और सही समय पर मानदेय का भुगतान भी किया जाएगा, लेकिन अब तक स्कूली शिक्षा विभाग का ध्यान इस ओर नहीं है. जिसके कारण ये शिक्षक अब आंदोलन करने को विवश हो गए हैं. राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान के पास इन शिक्षकों ने एक विशेष बैठक की. बैठक के बाद शिक्षकों ने राज्य सरकार से वेतन में वृद्धि करने की मांग की है और समय पर मानदेय देने की गुहार लगाई है.