रांची: रांची विश्वविद्यालय के सिंडिकेट की बैठक के दौरान अन्य मुद्दों में पीएचडी एंट्रेंस एग्जाम को लेकर त्रुटियों के संबंध में सिंडिकेट के सदस्यों ने चर्चा की. चर्चा के दौरान एग्जामिनेशन कंट्रोलर राजेश कुमार उपाध्याय की कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया गया.
कुछ भी कहने से गुरेज
बैठक खत्म होने के बाद जब वीसी रमेश कुमार पांडेय ने एग्जामिनेशन कंट्रोलर से इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा. तब वह आपा खो दिए और इस्तीफे की पेशकश कर दी. फिलहाल यूनिवर्सिटी प्रशासन इस मामले पर कुछ भी कहने से गुरेज कर रही है.
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12 एजेंडों पर स्वीकृति
बता दें कि रांची विश्वविद्यालय के सिंडिकेट की बैठक में कुल 12 मुद्दों पर चर्चा के बाद स्वीकृति दी गई है. इस दौरान अन्य मुद्दों में स्टाफ के खाली पदों पर नियुक्ति को लेकर मुहर लगी है. वहीं विभिन्न नियुक्ति परीक्षा के लिए कमेटी गठन होगा और इसके चेयरमैन कुलपति को बनाए जाने पर सहमति दी गई है. जिसमें मनोनीत दो मेंबर होंगे और यहां शिक्षा विभाग के सचिव की ओर से मनोनीत दो मेंबर को भी रखा जाएगा.
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एग्जामिनेशन कंट्रोलर ने खोया आपा
वहीं, इसी बैठक के दौरान सिंडिकेट के सदस्यों ने परीक्षा नियंत्रक राजेश उपाध्याय की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि पीएचडी एंट्रेंस एग्जाम में कई त्रुटियां पाई गई हैं, जिसे अब तक सुधारा नहीं गया है. इसे लेकर जब वीसी रमेश कुमार पांडेय ने परीक्षा नियंत्रक से स्पष्टीकरण मांगा तब उन्होंने आपा खोते हुए इस्तीफे की पेशकश कर दी है. हालांकि बंद कमरे के अंदर हुई इस मामले को लेकर कोई भी कुछ भी बोलने से इनकार करते दिखे.