रांची: झारखंड पुलिस की 'पावर वुमन' कही जाने वाली सुजाता भगत ने झारखंड पुलिस का साथ छोड़ दिया है. सुजाता ने वीआरएस के लिए अप्लाई किया था, जिसे 4 दिन पहले ही स्वीकार कर लिया. सुजाता भगत की खास दोस्त बेला घोष ने भी झारखंड पुलिस से वीआरएस ले लिया है. वे फिलहाल अमेरिका में किसी क्लब के लिए पावर लिफ्टिंग कर रही हैं.
सुजाता भगत से बातचीत करते संवाददाता प्रशांत कुमार सुजाता फिलहाल रांची में ही हैं उन्होंने आखिर क्यों वीआरएस लिया ? इस पर उन्होंने ईटीवी भारत के विस्तार से बातचीत की. सुजाता कहती है की पुलिस ने ही उन्हें सब कुछ दिया. नौकरी दी, खेलने का मौका सब कुछ दिया. पुलिस में रहकर ही उन्होंने अनुशासन सीखा लेकिन अब झारखंड पुलिस में खेल प्रतिभाओं की कोई पूछ नहीं है. सुजाता के अनुसार जिस जगह आपको लगे कि आपकी कोई पूछ नहीं रही वहां से आपको अपने आप चले जाना चाहिए. कुछ ऐसा ही उनके साथ भी हुआ इसलिए उन्होंने खुशी-खुशी वीआरएस ले लिया. सुजाता ने झारखंड पुलिस के स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट में रखे गए कोचेस को भी अपने निशाने पर लिया.
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आज तक कायम है उनका रिकॉर्ड
सुजाता के अनुसार यहां फर्जी डिग्रियां खरीदकर लोग कोच बन जा रहे हैं जिन्हें खेल की कोई समझ नहीं है. झारखंड पुलिस में स्पेशल ब्रांच इंस्पेक्टर के पद पर तैनात सुजाता भगत ने वीआरएस ले कर सबको चौंका दिया. करीब ढाई दशक पहले इंटरमीडिएट में रहते हुए 200 मीटर दौड़ में इनका बनाया रिकॉर्ड आज तक नहीं टूटा. उसी वजह से इन्हें पुलिस में नौकरी मिली. एथलीट से पावर लिफ्टिंग की तरफ हुई सुजाता ने रेसलिंग में भी अपना हाथ आजमाया था लेकिन इन्हें असली पहचान पावर लिफ्टिंग ने दिलाई. जिसमें यह तीन बार एशियन चैंपियन रही और इससे अधिक बार नेशनल चैंपियन जीती.
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वर्ल्ड पुलिस गेम की तैयारी में जुटी
सुजाता भगत में केवल झारखंड का ही नहीं बल्कि भारत का सम्मान पूरे विश्व में रोशन किया है. विश्व पुलिस गेम में उन्होंने 180 किलोग्राम वजन उठाकर गोल्ड मेडल जीता था. जाता भगत ने साफ कहा कि उनका अगला लक्ष्य वर्ल्ड पुलिस गेम है जिसके लिए वे तैयारियां कर रही है.