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झारखंड विधानसभा का विशेष सत्र, विश्वास प्रस्ताव लाएगी सरकार

झारखंड विधानसभा का विशेष सत्र आज बुलाया गया है (special session of jharkhand assembly). जिसे लेकर काफी गहमागहमी बनी हुई है. सत्र में उठने वाले मुद्दों को लेकर कई तरह की चर्चा है. वहीं सत्र के दौरान सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है.

special session of jharkhand assembly
special session of jharkhand assembly

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Published : Sep 5, 2022, 7:06 AM IST

रांचीः झारखंड विधानसभा एक दिन का विशेष सत्र (special session of Jharkhand Assembly) आज बुलाया जा रहा है. सत्र के दौरान विश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा. इसके अलावे जनसरोकार से जुड़े और भी कई मुद्दों पर विशेष चर्चा की जाएगी. विशेष सत्र को लेकर पक्ष और विपक्ष तैयारी हो चुकी है. वहीं सत्र के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं (Tight security arrangements during special session).

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विशेष सत्र पर सीएम ने कहाः झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र पर सीएम हेमंत सोरेन(CM Hemant Soren on special session) ने कहा है कि हमारे खिलाफ जितने जाल बुने गए हैं, वह सब कुतरे जाएंगे. विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए जाने और विश्वास मत लेने की जरूरत के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम विश्वासमत नहीं लेंगे तो क्या वो यानी की विपक्ष के लोग लेंगे.

सदन में विशेष चर्चा कराकर विश्वासमत प्राप्त करेगी सरकारःसंसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने विशेष सत्र को लेकर कहा है कि वर्तमान राजनीतिक अस्थिरता को देखते हुए विशेष सत्र बुलाया गया है. जिसमें विभिन्न विषयों पर विशेष चर्चा होगी. आलमगीर आलम ने कहा है कि विशेष सत्र के दौरान ओबीसी आरक्षण, स्थानीय नीति और जातिगत जनगणना जैसे अहम मुद्दों पर विशेष चर्चा होने की संभावना है. संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि सदन में कोई बिल नहीं लाया जाएगा मगर विशेष चर्चा के जरिए सरकार सदन में विश्वासमत हासिल करेगी. उन्होंने कहा कि विपक्ष भले ही लाख साजिश कर ले, हमारी सरकार के पास पूर्ण बहुमत है. हम पूरी ताकत के साथ काम करते रहेंगे और बीजेपी की साजिश को नाकाम करने में सफल होंगे.

पेयजल मंत्री मिथिलेश ठाकुर विशेष सत्र पर यह बोलेः पेयजल मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने विशेष सत्र पर ईटीवी भारत से कहा है कि मॉनसून सत्र एक दिन पहले ही समाप्त कर दिया गया था, परंतु सत्र का अवसान नहीं किया गया था. ऐसे में विधानसभा नियमावली में मिली शक्तियों का उपयोग करते हुए एक दिन का सत्र बुलाया गया है. जिसमें राज्यस्तरीय और जनसरोकार से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान सदन में जाति आधारित जनगणना, ओबीसी आरक्षण को 14% से बढ़ाकर 27% करने को लेकर सरकार का संकल्प, 1932 आधारित स्थानीय नीति और सुखाड़ की अद्यतन स्थिति पर जैसे कई मुद्दों पर चर्चा होगी.

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सुरक्षा के विशेष इंतजामः विशेष सत्र के दौरान झारखंड विधानसभा और उसके आस-पास के क्षेत्रों में सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है(Tight security arrangements during special session). सत्र के दौरान सुरक्षा में तैनात होने वाले सुरक्षाकर्मियों को रूरल एसपी नौशाद आलम ने कई दिशा-निर्देश दिए. सत्र के दौरान सुरक्षा में किसी प्रकार की कोई चूक ना हो, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है. सत्र के दौरान लोगों के साथ शालीनता और कुशल व्यवहार के साथ पेश आने का भी जवानों को टिप्स दिया गया, विधानसभा के आस-पास कई जगहों पर बैरिकेडिंग की भी व्यवस्था की गई है.

चार लेयर की सुरक्षा:पुलिस अधिकारियों के अनुसार विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रहे इसके लिए पूरे परिसर में चार लेयर के सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं. 500 जवान के साथ साथ 20 इंस्पेक्टर और 10 डीएसपी रैंक के अधिकारी भी सुरक्षा की निगरानी करेंगे. रविवार को सभी सुरक्षाकर्मियों को विधानसभा परिसर में ब्रीफिंग भी की गई.

मोबाइल का इस्तेमाल बंद:वहीं, विशेष सत्र के दौरान ड्यूटी पर तैनात रहने वाले पुलिस के पदाधिकारियों और जवानों को मोबाइल का इस्तेमाल ना करने की सख्त हिदायत दी है. पुलिस के जवानों को ड्यूटी के दौरान अनावश्यक मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करने की सख्त हिदायत दी गई है, सभी को यह निर्देश दिया गया है कि बगैर जरूरत या मनोरंजन के लिए जवान मोबाइल के इस्तेमाल करते पाए गए तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

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