रांची: जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक सोमवार को कलेक्ट्रेट में की गई. रांची सांसद संजय सेठ की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में कई प्रस्तावों को लाया गया. सांसद ने साफ कहा है कि रांची को सुंदर बनाने के लिए थोड़ी बहुत सख्ती भी बरतनी पड़े तो बरती जाए. इससे थोड़ी बहुत परेशानी होगी, लेकिन इस दौरान वह प्रशासन के साथ खड़े रहेंगे ताकि सही दिशा में कार्य हो सके. उन्होंने कहा है कि उन्हें वोट की कोई चिंता नहीं है, लेकिन हर हाल में रांची शहर को सुंदर बनाना है.
इस दौरान सांसद के द्वारा कई निर्देश दिए गए हैं, जिसकी पूरी तरह से प्लानिंग कर जल्द बैठक बुलाए जाने का निर्णय लिया गया है. अमूमन यह बैठक 3 से 4 महीने में होती है, लेकिन कोरोना काल में यह बैठक नहीं हो पाई थी. ऐसे में निर्णय लिया गया है कि फरवरी महीने में ही दोबारा बैठक बुलाई जाएगी और इसमें अन्य लोगों को भी सम्मिलित किया जाएगा ताकि सभी के सुझाव के तहत शहर को सुंदर बनाया जा सके.
इस बैठक में लाए गए प्रस्ताव की जानकारी देते हुए सांसद संजय सेठ ने कहा कि पिछले 20 वर्षों में राजधानी होने के नाते अब तक रांची व्यवस्थित नहीं हो पाई है. ऐसे में उन्होंने कहा कि उनकी यह जिम्मेवारी है कि रांची को राजधानी बनाया जाए. इसके तहत उन्होंने बताया कि रातू रोड में एलिवेटेड रोड का डीपीआर कई बार बना, लेकिन अब तक कार्य नहीं हो पाया है. ऐसे में उनकी ओर से प्रस्ताव दिया गया है कि 24 मीटर चौड़ी रातू रोड को पूरी तरह से बनाया जाए और मॉनिटरिंग की जाए की ट्रैफिक समस्या कम होती है या नहीं. अगर सड़क चौड़ीकरण से ट्रैफिक समस्या से मुक्ति मिलती है तो राज्य सरकार को इसकी जानकारी दी जाए. इससे रातू रोड में एलिवेटेड रोड बनाने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी और ट्रैफिक समस्या से भी निजात मिलेगी.
इसके साथ ही उन्होंने कांके डैम के ऊपर से एक फ्लाईओवर बनाए जाने के प्रस्ताव को भी रखा है, जिसके तहत फ्लाईओवर का एक हिस्सा चांदनी चौक पर उतर जाए और दूसरा हिस्सा मोरहाबादी की ओर उतर जाए. इससे ट्रैफिक लोड कम होगा. उन्होंने कहा कि जिस तरह से हेहल अंचल के चापु टोली में सड़क बनने से रातू रोड के लोगों को फायदा हुआ है और ट्रैफिक समस्या में कमी आई है अगर फ्लाईओवर निर्माण हो जाए तो रातू रोड के लाखों लोगों को ट्रैफिक समस्या से निजात मिल सकेगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिस तरह से शहर का फैलाव हो रहा है. ऐसे में रिंग रोड रांची शहर के अंदर की सड़क हो गई है. आने वाले समय में दूसरा रिंग रोड बनाना होगा. ऐसे में लगातार रिंग रोड में हो रही दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए कार्यवाही करने की जरूरत है. एक्सीडेंट को किस तरह से रोका जाए. इसे व्यवस्थित करना सबसे जरूरी है. इसके लिए उन्होंने प्लानिंग तैयार करने का निर्देश दिया है.
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इसके साथ ही उन्होंने मेन रोड को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए नगर निगम के साथ-साथ जिला प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस के साथ सामूहिक प्रयास के सुझाव दिए हैं ताकि ट्रैफिक समस्या ना हो. उन्होंने कहा है कि राजधानी को सुंदर बनाने के लिए सभी नागरिकों को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी और सभी को आगे आना होगा. इसके साथ ही उन्होंने पोलूशन बोर्ड के अधिकारियों को भी अगली बैठक में बुलाने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय भी पोलूशन पर गंभीर है, लेकिन यहां पॉल्यूशन बोर्ड कुछ भी नहीं कर रहा है. उन्होंने कहा कि बड़े स्तर पर बड़ी सोच के साथ अगली बैठक की जाएगी और राजधानी को व्यवस्थित बनाने पर चर्चा की जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजेंगे कि देश के कई शहरों में यूनिवर्सिटी शहर के बाहर स्थापित किए जा रहे हैं. उसी तरह रांची यूनिवर्सिटी को भी बाहर भवन बनाकर शिफ्ट किया जाए और रांची यूनिवर्सिटी की जगह को पार्किंग के रूप में विकसित किया जाए ताकि मेन रोड की पार्किंग को वहां शिफ्ट कर मेन रोड की ट्रैफिक समस्या को कम किया जा सके.