रांची: झारखंड से बाहर फंसे प्रवासी मजदूरों के मामले पर बीजेपी के कटाक्ष पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने साफ कहा कि फिलहाल बीजेपी के नेता फुर्सत में है और उन्हें कोई काम नहीं रह गया है. शुक्रवार को मंत्रिमंडलीय उप समिति की बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दरअसल अब बीजेपी के लोगों को कोई काम नहीं रह गया है. यही वजह है कि वह छिटांकाशी कर रहे हैं.
सीएम सोरेन ने कहा कि उन्हें एहसास है कि रात में 2-3 बजे तक पदाधिकारियों के साथ बैठक करनी पड़ रही है. सीएम ने कहा कि पदाधिकारियों के साथ देर रात बैठ कर आगे की रणनीति तय की जाती है और फिर कार्य योजना पर काम होता है. उन्होंने कहा कि प्रवासी मजदूरों और छात्रों के मामले में जितने पत्र बीजेपी नेताओं ने उन्हें लिखें उतने देश के प्रधानमंत्री को लिखे होते तो आज उनकी वापसी में इतना विलंब नहीं होता.
लेबर डे में लौट रहे हैं मजदूर
मुख्यमंत्री ने कहा कि लेबर डे के दिन राज्य के मजदूर वापस आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि तेलंगाना से एक ट्रेन रांची आ रही है, जिसमें 12 सौ से अधिक मजदूर अपने घर की तरफ लौट रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरीके से मानसिक दबाव में देश का एक बड़ा वर्ग था उनको राहत देने के लिए भारत सरकार ने जो निर्णय लिया है उसके लिए सरकार को धन्यवाद देते हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में प्रवासी मजदूर और दूसरे राज्यों में पढ़ रहे छात्र-छात्राएं घर वापस आए इसका प्रयास चल ही रहा है. आने वाले समय में जल्द ही पूरी निगरानी के साथ विभिन्न राज्यों में पढ़ रहे छात्र-छात्राएं वापस आएंगे.