रांची: 10 जून को मेन रोड में हुई हिंसा की जांच के लिए सीनियर आईएएस अधिकारी अमिताभ कौशल और एडीजी संजय आनंद लौटकर के नेतृत्व में बनी दो सदस्यीय हाई लेबल कमेटी ने रिपोर्ट देने के लिए एक माह का समय मांगा है. दरअसल, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कमेटी का गठन करते वक्त एक सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट देने को कहा था. हाई लेबल कमिटी की दलील है कि पूरे मामले की जांच कई एंगल से की जा रही है. इसलिए रिपोर्ट को तैयार करने में थोड़ा वक्त लगेगा.
रांची हिंसा की जांच के लिए बनी हाई लेबल कमिटी ने रिपोर्ट के लिए मांगा वक्त, कहा- कई एंगल से हो रही है जांच
10 जून को रांची के मेन रोड में हिंसा की जांच के लिए गठित कमेटी ने रिपोर्ट के लिए एक माह का समय मांगा है. सीनियर आईएएस अधिकारी अमिताभ कौशल और एडीजी संजय आनंद नेतृत्व में बनी दो सदस्यीय हाई लेबल कमेटी ने कई एंगल से जांच की दलील देते हुए रिपोर्ट तैयार करने के लिए अतिरिक्त समय की मांग की है.
आपको बता दें कि 10 जून को जुमे की नमाज के बाद रांची के मेन रोड में जमकर उपद्रव हुआ था. उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव किया था और फायरिंग भी की थी. हालात बिगड़ने पर पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दो उपद्रवी मारे गए थे. पत्थरबाजी के दौरान सात अन्य लोगों को भी गोली लगी है जिनमें एक की हालत गंभीर बनी हुई है. इस झड़प में रांची के एसएसपी सिटी एसपी और थाना प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे. इस घटना के 24 घंटे के भीतर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जांच के लिए हाई लेवल कमिटी का गठन किया था.