रांची: नगर निगम की मेयर आशा लकड़ा विकास कार्यों की प्रगति से नाखुश हैं. उन्होंने कार्य योजना को गति देने के लिए अभियंत्रण शाखा की समीक्षा बैठक की और निगम के 53 वार्ड की स्वीकृत प्रगति कार्य की जानकारी ली. आशा लकड़ा ने कई वार्ड के प्रगति कार्य से असंतुष्ट होकर अधिकारियों को कई दिशा निर्देश भी दिए. मेयर ने अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा जनवरी से लेकर अब तक जितने भी स्वीकृत कार्य धरातल पर उतारे हैं उनमे से सर्वाधिक योजना का काम केजीएन कंस्ट्रक्शन कंपनी को ही दी गई है. कई वार्डों के योजना कार्य की समय आवधि बीत जाने के बाद भी अधूरा है. इसे लेकर 2 दिनों के भीतर अधिकारियों से जवाब मांगा गया है.
आशा लकड़ा ने बैठक में मेसर्स शंभू सिंह को दिए गए 22 करोड़ के प्रमाण पत्र और केजीएन कंस्ट्रक्शन द्वारा किए गए आधे-अधूरे नाली का निर्माण और मेसर्स अवधेश सिंह को मोरहाबादी मैदान के चारों ओर पेवर ब्लॉक लगाने का कार्य दिए जाने पर जानकारी मांगी है. इसके अलावा उन्होंने पूछा कि कार्यपालक अभियंता किसके आदेश पर रेट बढ़ाकर किसी ठेकेदार को दो करोड़ के काम के बदले 22 करोड़ का भुगतान प्रमाण पत्र जारी कर रहे हैं. नगर आयुक्त इस मामले की जांच करा रहे थे, लेकिन अब तक कार्यपालक अभियंता पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई. इस संबंध में नगर आयुक्त को पूर्व में पत्राचार भी किया जा चुका है. वहीं, मोरहाबादी मैदान के चारों ओर पुनर्विकास योजना के तहत संवेदक अवधेश सिंह को 4,84,17,900 रुपए का काम दिया गया है. जबकि इस कार्य के लिए निगम परिषद से स्वीकृति भी नहीं ली गई है. नगर आयुक्त ने अब तक यह भी स्पष्ट नहीं किया है कि इस कार्य के लिए भुगतान किस हेड से किया जाएगा.
रांची नगर निगम की मेयर आशा लकड़ा विकास कार्यों की प्रगति से नाखुश, अधिकारियों पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
रांची नगर निगम की मेयर आशा लकड़ा विकास कार्यों की प्रगति से नाखुश हैं. यही नहीं उन्होंने अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाया है. उनका कहना है कि कई वार्ड में समय पर काम नहीं हो पा रहा है. इसके अलावा उन्होंने एक ही कंस्ट्रक्शन कंपनी को काम दिए जाने पर अधिकारियों भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाया.
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बैठक में सिवरेज एंड ड्रनेज योजना से संबंधित कार्यों पर भी चर्चा की गई. इस क्रम में अधिकारियों से यह जानकारी मांगी गई कि सिवरेज एंड ड्रेनेज योजना के तहत नई एजेंसी ने अब तक क्या-क्या कार्य किए, लेकिन अधिकारियों के पास कोई जवाब नहीं था. पूर्व में अधिकारियों से एजेंसी के साथ किए गए एकरारनामा और एजेंसी की ओर से टेंडर हासिल करने के लिए जमा किए गए दस्तावेजों की कॉपी मांगी गई थी, लेकिन अभियंत्रण शाखा के अधिकारियों ने अब तक न तो कागजात उपलब्ध कराए और न ही कोई स्पष्ट जानकारी दी. सिवरेज एंड ड्रेनेज का काम कर रही एजेंसी ब्लैकलिस्टेड है फिर भी इस एजेंसी को नगर विकास विभाग ने सिवरेज एंड ड्रेनेज के शेष कार्यों को पूरा करने का काम दे दिया.
ठेकेदारों ने मेयर से शिकायत की है कि जब तक टेबल पर पैसा नहीं पहुंचाया जाता है, तब तक सीएस नहीं बनाया जाता. मेयर ने अधिकारियों से कहा कि जिन योजनाओं का सीएस तैयार करना है, 10 दिनों के अंदर बनाएं. मेयर ने यह भी कहा कि अधिकारी टेंडर का निष्पादन कर सिर्फ और सिर्फ कमीशन का खेल खेल रहे हैं. रांची नगर निगम के अभियंताओं और ठेकेदारों के बीच सांठ-गांठ है. निगम क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की जांच नहीं की जा रही है. मेयर ने अभियंताओं को फटकार लगाते हुए कहा कि निर्माणाधीन योजनाओं की समीक्षा करें और फील्ड विजिट कर हो रहे कार्यों की जांच करें. मेयर ने अभियंत्रण शाखा के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि निगम में जितनी भी गड़बडी हो रही है, उस पर नजर रखी जा रही है. गड़बड़ी करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा.
मेयर ने कहा कि रांची नगर निगम के अभियंत्रण शाखा में कुछ चुनिंदे ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए अभियंता और अधिकारी टेंडर प्रक्रिया में हेराफेरी कर रहे हैं. समाचार पत्रों में भी अभियंत्रण शाखा में कई गई गड़बड़ियों से संबंधित खबरें प्रकाशित की जा रही है. फिर भी नगर विकास विभाग के मंत्री या विभागीय सचिव चुपी साधे हुए हैं. जल्द ही राज्य सरकार को पत्र के माध्यम से सूचित कर अभियंत्रण शाखा से संबंधित कार्यों की जांच कराने की मांग की जाएगी, ताकि आने वाले समय मे भ्रष्ट अधिकारियों पर उचित कार्रवाई की जा सके. अगर राज्य सरकार की ओर से इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कि गई तो इस लूट-खसोट को रोकने के लिए आंदोलन भी किया जाएगा.