रांचीः सांसद संजय सेठ कोरोना संक्रमित हो गए हैं. 29 दिसंबर को उन्हें बदन में हल्का दर्द था. फिर 30 दिसंबर को उनके लगे में खराश और सिर भारी लग रहा था. इसके बाद उन्होंने टेस्ट कराया और रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्होंने खुद को होम आइसोलेट कर लिया है.
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कोरोना ने फिर से अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है. झारखंड में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. रांची से लोकसभा सांसद संजय सेठ कोरोना संक्रमित हो गए हैं. 29 दिसंबर को उन्हें बदन में हल्का दर्द था. फिर 30 दिसंबर को लगे में खराश और सिर भारी लग रहा था. लिहाजा उन्होंने रांची सदर अस्पताल में सबसे पहले रैपिड एंटिजन टेस्ट करवाया. जिसमें उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई. फिर भी डॉक्टर्स की सलाह पर उन्होंने RT PCR Test के लिए सैंपल दे दिया. गुरुवार देर रात उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई. रिपोर्ट आते ही सांसद संजय सेठ ने डॉक्टों की सलाह के अनुसार खुद को होम आइसोलेट कर लिया है. अच्छी बात यह है कि उनका सीटी वैल्यू 22 है जो एसिंपटोमेटिक के समान ही है. खुद को आइसोलेट करने के बाद भाजपा सांसद संजय सेठ ने अपील की है कि जो लोग भी हाल के दिनों में उनके संपर्क में थे, अपनी सेहत का ख्याल रखें. किसी तरह की परेशानी महसूस होने पर सबसे पहले आरटीपीसीआर टेस्ट कराएं.
केंद्र सरकार पहले ही झारखंड समेत आठ राज्यों को पत्र के जरिए संक्रमण को लेकर आगाह कर चुकी है. आलम यह है कि कोरोना के सेकेंड वेव के बाद 30 दिसंबर को झारखंड में सबसे ज्यादा 482 कोरोना संक्रमित की पहचान हुई है. इनमें सबसे ज्यादा रांची में 246 संक्रमित मिले हैं. अब झारखंड में एक्टिव मरीजों की संख्या 1371 हो गई है. गुरुवार को कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद कोरोना संक्रमित हुई.
एक तरफ कोरोना की रफ्तार बढ़ रही है, दूसरी तरफ झारखंड में टेस्ट कोरोना का दायरा नहीं बढ़ रही है. 30 दिसंबर को भी सिर्फ 30 हजार 940 सैंपल के आधार रिपोर्ट आई है. यही नहीं रेलवे स्टेशन पर भी जांच में ढिलाई बरती जा रही है. सुबह के वक्त आने वाले ट्रेन के पैसेंजर की जांच नहीं हो पा रही है. दिक्कत इस बात को लेकर भी है कि 30 दिसंबर तक झारखंड में 18 साल से ज्यादा आयु वर्ग के 77 प्रतिशत लोगों को पहला डोज और सिर्फ 47 प्रतिशत लोगों को दोनों डोज लग पाया है. यहां यह भी बताना जरूरी है कि आम लोगों की तरफ से भी भारी कोताही बरती जा रही है.