रांची: राजधानी रांची के कारोबारी नक्सली और अपराधियों के निशाने पर हैं. पिछले एक महीने में एक दर्जन से ऐसे मामले आए हैं, जिनमें कारोबारियों को धमकी भरे पत्र या फिर वर्चुअल नंबर का इस्तेमाल कर रंगदारी मांगी गई. एक दो मामले को अगर छोड़ दिया जाए तो अभी तक रंगदारी के अधिकांश मामले पुलिस की फाइलों में ही दबे पड़े हैं. नतीजा शहर के कारोबारी खौफ के साए में जी रहे हैं.
एक ही दिन दो कारोबारियों को धमकी
रांची में एक ही दिन दो बड़े व्यवसायियों से एक करोड़ की रंगदारी की डिमांड कर नक्सली पीएलएफआई ने दहशत फैला दी है. रांची के कारोबारी दहशत में हैं. धुर्वा के टेंट व्यवसायी संदीप कुमार से 50 लाख की रंगदारी मांगी गई, जबकि अपर बाजार के आर्युवेदिक दवा व्यवसायी विजय सिंघानिया से भी 50 लाख की रंगदारी गई है. दोनों कारोबारियो को 31 अक्टूबर को ही कॉल किया गया था. इन्हें वाट्सएप के वर्चुअल नंबर से कॉल कर रंगदारी की मांग गई है. इसके लिए वाट्सएप पर एक वीडियो क्लिप और पीएलएफआई सुप्रीमो के हस्ताक्षरयुक्त पर्चा भेजा गया है, जिसमें धमकी भरे लहजे में कहा गया है कि संगठन से वार्ता कर लें, अन्यथा फौजी कार्रवाई की जाएगी. इसमें आपको जान माल की हानी हो सकती है. इसके जिम्मेवार आप खुद हो सकते हैं. इसलिए सहयोग राशि भेज दें. मामले को लेकर दोनों कारोबारियों ने थाने में प्राथमिकी भी दर्ज करवाई है, लेकिन एक सप्ताह होने को है और अभी तक पुलिस किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है.
वैसे रंगदारी रजधानी रांची के लिए नई बात नहीं है. छोटी-बड़ी घटनाएं तो होती रही हैं. यहां गली-मोहल्ले के छोटे-बडे़ चुटपुटिया रंगदार भी रंगदारी वसूलते हैं. खौफ की वजह और नुकसान से बचने के लिए बडे़ व्यापारियों से लेकर छोटे-छोटे ठेला चालकों को भी शहर में रंगदारी के नाम पर हर दिन हर महीने कुछ न कुछ देना ही पड़ जाता है. मामला पुलिस तक पहुंचता है, लेकिन होता कुछ नहीं. परेशान शहर के व्यापारी भी हैं और साथ में बाहर से व्यापार के लिए शहर आने वाले लोग भी, लेकिन वर्तमान में पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती अपराधियों और नक्सलियों का हाईटेक होना है. अपराधी और नक्सली अब वर्चुअल नंबर और इंटरनेट कॉल के जरिए रंगदारी मांग रहे हैं.
PLFI और गैंगस्टर सुजीत सिन्हा ने सबसे ज्यादा बार मांगी रंगदारी
हाल के दिनों में राजधानी रांची में रंगदारी मांगने के जो मामले सामने आए हैं उनमें से सबसे ज्यादा रंगदारी की डिमांड नक्सली संगठन पीएलएफआई और गैंगस्टर सुजीत सिन्ह के गिरोह के द्वारा अंजाम दिया गया है. गैंगस्टर सुजीत सिन्हा का गिरोह लगातार वर्चुअल और इंटरनेट कॉल के जरिए कारोबारियों से रंगदारी की डिमांड कर रहा है. वहीं, नक्सली संगठन पीएलएफआई के राजधानी रांची में मौजूद कैडर लगातार वर्चुअल नंबर का इस्तेमाल कर रंगदारी की डिमांड कर रहे हैं. रांची के रूरल एसपी नौशाद आलम के अनुसार पीएलएफआई संगठन नए-नए युवाओं को अपने संगठन में जोड़ रहा है और उन्हीं से इस तरह की वारदातों को अंजाम दिलवाया जा रहा है.