रांचीः झारखंड विधानसभा मानसून सत्र का आज अंतिम दिन है. अंतिम दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों अलग-अलग मुद्दों को लेकर विधानसभा के बाहर दर्शन करते नजर आए. एक तरफ झारखंड सरकार की नीतियों के खिलाफ बीजेपी के विधायकों ने विरोध प्रदर्शन किया. वहीं दूसरी तरफ सत्ता पक्ष ने केंद्र सरकार के पारित कृषि विधेयक का विरोध किया गया.
सदन के बाहर पक्ष-विपक्ष का प्रदर्शन, दोनों ने एक-दूसरे पर साधा निशाना
झारखंड विधानसभा के बाहर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों पक्ष अलग-अलग मुद्दों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. सत्ता पक्ष केंद्र सरकार के कृषि बिल तो दूसरी तरफ विपक्ष हाई स्कूल शिक्षकों की नियुक्ति मामले पर विरोध प्रदर्शन कर रहा है.
विधानसभा के बाहर सत्ता पक्ष और विपक्ष दल दोनों ही अपने-अपने मुद्दों को लेकर विरोध प्रदर्शन करते नजर आए. बीजेपी विधायक अमर कुमार बाउरी ने हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के दिए गए नौकरी को भी सरकार बचा नहीं पा रही है. झारखंड हाई कोर्ट में सरकार ने मजबूती से पक्ष नहीं रखा. जिसके कारण 18हजार हाई स्कूल शिक्षकों की नियुक्ति को रद्द करने का फैसला आया है. हेमंत सरकार के झारखंड हाईकोर्ट में मजबूती से पक्ष नहीं रखने के कारण आज युवा बेरोजगार हो गए हैं. उन युवाओं के साथ भारतीय जनता पार्टी हमेशा खड़ी रहेगी.
वहीं केंद्र से पास कृषि विधेयक का विरोध करते सत्ता पक्ष के विधायकों ने केंद्र सरकार के लागू किए गए कृषि बिल को काला कानून बताया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हर एक चीज का निजीकरण कर रही है. अब जो खेती किसानी बची हुई थी, उसे भी बड़े कॉर्पोरेट घराने को हाथों में देने का काम कर रही है. यह कानून देश विरोधी है, किसान विरोधी है. इस कानून का भरसक विरोध किया जाएगा.