रांची: छठी जेपीएससी के विरोध में रांची के मोरहाबादी स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष इमाम सफीक नाम के एक जेपीएससी अभ्यर्थी ने सत्याग्रह आमरण अनशन की शुरुआत की है. मामले को लेकर जब तक राज्य सरकार की ओर से उचित निर्णय नहीं लिया जाता तब तक यह आंदोलन जारी रखने की बात भी इस आंदोलनकारी अभ्यार्थी ने की है.
छठी जेपीएससी के खिलाफ अरसे से आंदोलन जारी है. कई बार पीटी परीक्षा, मुख्य परीक्षा, साक्षात्कार को लेकर आंदोलन हुआ, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला. रघुवर सरकार के दौरान नेता प्रतिपक्ष रहे हेमंत सोरेन भी विधानसभा से लेकर सड़क तक जेपीएससी अभ्यर्थियों के पक्ष में खड़ा रहे, लेकिन मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्हीं के कार्यकाल में 326 अभ्यर्थियों का सिलेक्शन हुआ और छठी जेपीएससी के तहत नियुक्ति के लिए भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अनुशंसा कर दी.
JPSC के खिलाफ आमरण अनशन की हुई शुरुआत, लगे कई गंभीर आरोप
रांची के मोरहाबादी स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष इमाम सफीक नाम के एक जेपीएससी अभ्यर्थी ने सत्याग्रह आमरण अनशन की शुरुआत की है. अभ्यर्थी का कहना है कि छठी जेपीएससी के खिलाफ अरसे से आंदोलन जारी है. कई बार पीटी परीक्षा, मुख्य परीक्षा, साक्षात्कार को लेकर आंदोलन हुआ, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला.
आमरण अनशन
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इसी से खफा और दुखी होकर जेपीएससी के अभ्यर्थी इमाम शफीक ने राजधानी रांची के मोराबादी स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष आमरण अनशन की शुरुआत की है. उनकी माने तो छठी जेपीएससी में 326 में लगभग 300 सीटें भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी है और इस मामले को लगातार जेपीएससी प्रबंधन द्वारा दबाया जा रहा है और सरकार भी उदासीन बन बैठी है.