रांची:बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में बंद कैदी विरेंद्र मुंडा ने जेल के अंदर ही आत्महत्या कर ली. जानकारी के अनुसार वीरेंद्र मुंडा पिछले एक सप्ताह से बीमार चल रहा था. जेल के अंदर स्थित कारा अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था. रविवार को एक गमछे के सहारे ही वीरेंद्र ने अस्पताल के वार्ड में फांसी लगा ली. वीरेंद्र रांची के लापुंग इलाके का रहने वाला था.
इसे भी पढ़ें:पलामू के चैनपुर थाने में सफाई के दौरान ब्लास्ट, मुंशी समेत पांच जख्मी
साल 2020 में लापुंग पुलिस ने वीरेंद्र को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था. तब से वह रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में बंद था. जानकारी के अनुसार 11 नवंबर से उसकी तबीयत ठीक नहीं थी. जिसके बाद कारा अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था. रविवार को अचानक वीरेंद्र ने अपने गमछे के सहारे कारा अस्पताल में ही फांसी लगा ली. दूसरे कैदियों ने उसे फांसी पर झूलते हुए देख जेल प्रशासन को मामले की जानकारी दी. जिसके बाद आनन-फानन में उसे रिम्स अस्पताल भेजा गया. लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
जेल की सुरक्षा पर सवाल
रांची जेल के अंदर भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहते हैं. यहां तक की कारा अस्पताल में भी पुलिस की निगरानी रहती है. वहां पर सीसीटीवी से भी मॉनिटरिंग की जाती है. लेकिन इसके बावजूद वीरेंद्र ने फांसी लगा ली. वीरेंद्र की फांसी की घटना से जेल की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं. पूरे मामले में जेल आईजी ने जांच का आदेश दिए हैं. वहीं खेल गांव थाने में जेल प्रशासन की तरफ से यूडी केस दर्ज करवाया गया है.