रांची: राज्य के प्राथमिक शिक्षकों के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत कचहरी स्थित पुराना जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय से एक मशाल जुलूस निकाला गया. गौरतलब है कि यह शिक्षक अरसे से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलित है, लेकिन शिक्षा विभाग इनकी मांगों को अनदेखा कर रहे हैं.
राज्य सरकार से मांग पूरी करवाने के लिए प्राथमिक शिक्षण मुड़वाएंगे बाल, राजभवन के समक्ष करेंगे उपवास
रांची में छठे पुनरीक्षित वेतनमान को लेकर अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने जुलूस निकाला. वहीं सरकार के विरोध जमकर नारेबाजी की. उन्होंने कहा 23 अक्टूबर 2019 को एक दिन का उपवास सह बाल मुड़न प्राथमिक शिक्षक करेंगे.
अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ प्रदेश कार्यसमिति के आह्वान पर प्रदेश के तमाम प्राथमिक व मध्य विद्यालय के शिक्षकों ने सभी मशाल जुलूस निकालकर सरकारी संकल्प को जलाया है. सरकार के विरोध में आक्रोश प्रकट कर सफलता पूर्वक अपने अधिकार ,छठे पुनरीक्षित वेतनमान में उत्क्रमित वेतनमान देने के समर्थन में यह आंदोलन किया. वहीं, संघ के रांची इकाई ने पुराना डीएससी ऑफिस से कचहरी चौक तक जुलूस निकालकर सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी किया.
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वहीं, मौके पर प्रदेश अध्यक्ष बिजेंद्र चौबे महासचिव व मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद ने कहा कि प्राथमिक शिक्षकों की ज्वलन्त समस्या है उत्क्रमित वेतनमान. इसका लाभ शिक्षकों को नहीं देकर कैबिनेट ने सिर्फ सचिवालय कर्मियों को लाभ दिया है. इससे सरकार की दोहरी नीति उजागर हुई है. कहा कि इसे शिक्षक समाज कभी स्वीकार नहीं करेगा. राज्य भर के शिक्षक आर पार की लड़ाई लड़ने को तैयार है. न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़े तो भी हर कीमत पर प्राथमिक शिक्षक उत्क्रमित वेतनमान लेकर ही दम लेगा. कहा कि संघ व शिक्षक काफी दबाव में है और जरूरत पड़ी तो चुनाव कार्य से भी शिक्षक बहिष्कार करेंगे. वहीं आंदोलन की कड़ी में राजधानी में 23 अक्टूबर 2019 को एक दिन का उपवास सह बाल मुड़न प्राथमिक शिक्षक करेंगे.