रांचीः अमर शहीद वीर बुधु भगत के नाम से चिन्हित जमीन पर एकलव्य आवासीय विद्यालय बनाए जाने का विरोध दिनोंदिन बढ़ता दिख रहा है. इसी को लेकर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सैकड़ों की संख्या में आदिवासी समाज के लोग एकजुट होकर सरकार में शामिल कांग्रेस पार्टी के दफ्तर का घेराव करने और विधायक बंधु तिर्की का पुतला दहन करने के लिए निकले. लेकिन बीच में ही पुलिस प्रशासन ने उन्हें रोक दिया. इस दौरान आदिवासी समाज के लोगों और पुलिस के साथ तीखी नोंकझोंक भी हुई.
इसे भी पढ़ें- एकलव्य आवासीय स्कूल का विरोधः 9-11 नवंबर तक सीएम हाउस के पास प्रदर्शन करेंगे आदिवासी सामाजिक संगठन
अमर शहीद वीर बुधु भगत के नाम से चिन्हित जमीन पर एकलव्य आवासीय विद्यालय बनाए जाने का विरोध को लेकर सड़क पर उतरे पूर्व मंत्री देव कुमार धान ने कहा कि सरकार भले ही आदिवासी की झारखंड में बनी हो, लेकिन आदिवासियों अधिकारों का हनन किया जा रहा है. लगातार आदिवासियों के अस्तित्व को मिटाने को लेकर सरकार काम कर रही है. पिछले 3 महीने से आंदोलन चल रहा है और लगातार यह आंदोलन जारी रहेगा. जिस तरीके से पुराना धार्मिक स्थल तोड़कर राम मंदिर बनाया गया है उसी प्रकार निर्माणाधीन एकलव्य आवासीय विद्यालय को तोड़कर शहीद वीर भगत का स्मारक बनाया जाएगा.
केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि लड़ाई आर-पार की होगी. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत कांग्रेस पार्टी दफ्तर का घेराव करने निकले थे. लेकिन प्रशासन अपनी तानाशाह रवैया अपनाकर हम लोगों को रोका है, निश्चित रूप से आगे रणनीति तैयार की जाएगी और एकलव्य आवासीय विद्यालय के विरोध में हजारों की संख्या में आदिवासी समाज सिलागांई चलें नारा के साथ इसका विरोध करेंगे.