रांची: नई शिक्षा नीति के मुताबिक 2022 के बाद कोई भी अस्थाई शिक्षक नहीं होगा. स्कूलों के लिए खासकर इस दिशा में प्रावधान किए गए हैं. इधर, झारखंड के पारा शिक्षक सरकार को एक बार फिर स्थायीकरण मामले में जल्द विचार करने को कहा है. शिक्षा विभाग भी पारा शिक्षकों के नियमितीकरण को लेकर शिक्षक प्रतिनिधियों के साथ सकारात्मक बैठक कर चुकी है. सरकार एक योजना के तहत इन पारा शिक्षकों के भविष्य को बेहतर करना चाहती है, लेकिन इसमें अभी भी कई पेंच हैं.
पारा शिक्षकों को हेमंत सरकार से उम्मीद
पारा शिक्षकों ने भी इसे लेकर राज्य सरकार से उम्मीद जताई है. नई शिक्षा नीति को पारा शिक्षकों ने बेहतर बताते हुए कहा है कि राज्य सरकार के साथ स्थायीकरण को लेकर लगातार वार्तालाप हो रही है. उन्हें उम्मीद है कि 15 अगस्त तक राज्य सरकार झारखंड के तमाम पारा शिक्षकों को नियमित कर देगी. पारा शिक्षकों का यह भी मानना है कि नई शिक्षा नीति में पारा शिक्षकों को डरने की जरूरत नहीं है.
छलावा करने पर सरकार को चेतावनी
इस नीति से पारा शिक्षकों को ही आगे जाकर लाभ मिल सकता है. बशर्ते राज्य सरकार पारा शिक्षकों के हित में फैसला लें और उनकी आजीविका के साथ-साथ परिवार की परेशानियों को भी समझे. हालांकि, पारा शिक्षकों ने केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकार को भी चेतावनी दी है कि अगर उनके साथ किसी भी तरीके का छलावा किया गया तो आने वाले समय में एक बार फिर पारा शिक्षक गोलबंद होकर सड़कों पर उतरेंगे और इस बार आर-पार की लड़ाई होगी.