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रांची रेल मंडल और जिला प्रशासन के दावों का सच, जानें- कोरोना टेस्ट को लेकर क्या बोले यात्री - कोरोना प्रोटोकॉल का पालन

रांची जिला प्रशासन और रांची रेल मंडल का दावा हवा-हवाई साबित हो रहा है. इन दोनों की ओर से रेलवे स्टेशन पर शत-प्रतिशत कोरोना टेस्ट (corona test) की बातें कही गई थीं. जानिए ईटीवी भारत की पड़ताल में रेल यात्रियों ने क्या कहा?

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कोरोना टेस्ट को लेकर क्या बोले यात्री

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Published : Jun 22, 2021, 6:00 PM IST

Updated : Jun 22, 2021, 6:58 PM IST

रांचीः कोरोना महामारी (corona pandemic) की तीसरी लहर को देखते हुए रांची जिला प्रशासन (Ranchi District Administration) और रांची रेल मंडल (Ranchi Railway Division) ने मंडल के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर व्यापक व्यवस्था करने की बात कही थी. रांची और हटिया स्टेशन के साथ-साथ अन्य स्टेशनों पर भी कोविड टेस्ट और प्रोटोकॉल का पालन करने को लेकर अभियान चलाया जा रहा था. लेकिन दूसरे ही दिन उन तमाम दावों का पोल खुल गई. रांची और हटिया रेलवे स्टेशन के साथ-साथ अन्य स्टेशनों पर भी यात्री बिना टेस्ट कराए ही अपने गंतव्य के लिए निकल रहे हैं.

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जिला प्रशासन के दावों को लेकर सोमवार को ईटीवी भारत (Etv Bharat) की टीम ने रांची रेल मंडल के हटिया और रांची रेलवे स्टेशन (Hatia and Ranchi Railway Station) की पड़ताल की थी. उस दौरान यह दिखाने की कोशिश की गई थी कि रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों के लिए कोविड टेस्ट (Covid test) की पूरी व्यवस्था की गई है, काउंटर लगाए गए हैं, यात्रियों को प्लेटफार्म और स्टेशन से बाहर जाने से रोकने के लिए बैरिकेडिंग की गई है. लेकिन यह व्यवस्था उस वक्त धरी की धरी रह गई. जब यात्री बिना कोरोना जांच कराए ही स्टेशनों से बाहर निकल गए.

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सोमवार की शाम भी कई ट्रेनें रांची और हटिया रेलवे स्टेशन पहुंचीं. सिर्फ हटिया स्टेशन पर 4000 से अधिक यात्री पहुंचे. उन तमाम यात्रियों का कोरोना टेस्ट करने में स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे संयुक्त कैंप का पसीना छूट गया और कई यात्री बिना टेस्ट कराए ही बाहर निकल गए.

नामकुम स्टेशन पर रोकने-टोकने वाला कोई नहीं
इसकी पड़ताल करने दूसरे दिन ईटीवी भारत की टीम ने नामकुम रेलवे स्टेशन का जायजा लिया. इस दौरान किसी भी रेल यात्रियों का कोविड-19 का टेस्ट किया ही नहीं जा रहा. हमारी टीम ने मामले को लेकर यात्रियों से भी बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बताया कि इस स्टेशन में कोरोना टेस्ट को लेकर कोई व्यवस्था नहीं है. यात्री ट्रेन से उतर रहे हैं और ऑटो में भर-भरकर अपने गंतव्य के लिए निकल रहे हैं. ना तो सोशल डिस्टेंस का ख्याल रखा जा रहा है और ना ही कोरोना प्रोटोकॉल (Corona Protocol) का पालन ही इस रेलवे स्टेशन पर देखने को मिल रहा है.

मामले को लेकर जिला प्रशासन के अधिकारियों से भी हमारी टीम ने संपर्क साधा. लेकिन उन्होंने मामले पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. यह मामला काफी गंभीर है, एक तरफ जहां तीसरी लहर को रोकने के लिए कवायद की जा रही है, बड़ी-बड़ी बातें कही जा रही हैं तो दूसरी ओर रेलवे स्टेशनों पर सावधानी नहीं बरती जा रही है.

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इन गाइडलाइंस का करना है पालन
जिला प्रशासन की गाइडलाइंस के अनुसार रेलवे स्टेशनों पर आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच जरूरी है. हालांकि जो यात्री 72 घंटे पुरानी RT-PCR की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट (Corona test report) दिखाएंगे. उन्हें स्टेशन से बाहर जाने दिया जाएगा. ईटीवी भारत ने जो पड़ताल की है, उसके मुताबिक रांची रेल मंडल के सिर्फ हटिया और रांची रेलवे स्टेशन पर ही कोविड-19 टेस्ट की व्यवस्था है. अन्य रेलवे स्टेशनों पर इसको लेकर कोई सुरक्षात्मक कदम नहीं उठाए जा रहे हैं.

बीच में ही उतर जाते हैं यात्री
दूसरे राज्य से आने वाले सैकड़ों यात्री कोविड-19 टेस्ट से बचने के लिए विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर भी उतर जा रहे हैं और इसे देखने वाला ना तो जिला प्रशासन का कोई है और ना ही रेल प्रशासन और आरपीएफ की टीम सजग है. मामला गंभीर है, अगर अभी-भी सचेत नहीं हुए तो आने वाला कल और कोरोना की तीसरी लहर काफी समस्या खड़ी कर सकती है.

Last Updated : Jun 22, 2021, 6:58 PM IST

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