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खूंटी: PLFI का कुख्यात उग्रवादी जीदन गुड़िया मुठभेड़ में ढेर, 15 लाख का था इनामी

naxalite encounter in khunti
जीदन गुड़िया का शव

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Published : Dec 21, 2020, 11:38 AM IST

Updated : Dec 21, 2020, 6:08 PM IST

17:29 December 21

कुख्यात उग्रवादी जीदन गुड़िया के बारे में एसपी ने दी जानकारी

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मुठभेड़ में लगभग 250 से 300 राउंड गोलियां चली. मुठभेड़ के बाद पुलिस ने घटनास्थल से नक्सली जीदन गुड़िया का शव बरामद किया. घटना के बाद पूरे इलाके की नाकेबंदी करके पुलिस अब भी सर्च अभियान चला रही है.

11:36 December 21

पीएलएफआई का जोनल कमांडर मुठभेड़ में मारा गया

पुलिस की ओर से जारी तस्वीर

खूंटी: झारखंड के खूंटी जिला अंतर्गत मुरहू थाना इलाके में पुलिस-पीएलएफआई के बीच मुठभेड़ में 15 लाख का इनामी शीर्ष नक्सली जीदन गुड़िया मारा गया है. सुबह खूंटी के मुरहू इलाके में मुठभेड़ हुई है. जिला पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में यह सफलता मिली है. जीदन गुड़िया के मारे जाने के बाद पीएलएफआई को बड़ा झटका लगा है. पुलिस ने जीदन गुड़िया के शव की पहचान कर ली है. उसके शव को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है. वहीं, उसके शव के पास से पुलिस ने एक-47, जिंदा गोली समेत कई समान जब्त किया है.

दिनेश गोप के होने की सूचना पर अभियान

मिली जानकारी के अनुसार पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप, जीदन गुड़िया दस्ते के साथ कोयोंगसार इलाके में होने की सूचना मिली. जिसके बाद जिला पुलिस और सीआरपीएफ 94 बटालियन की संयुक्त टीम बना कर अभियान चलाया गया. पुलिस से घिरता देख नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू की. जिसके बाद पुलिस की तरफ से भी जवाबी फायरिंग की गई. इस दौरान जीदन गुड़िया मुठभेड़ में मारा गया. वहीं दस्ते के अन्य सदस्य जंगल का फायदा उठा कर भाग गए. जंगल में सर्च अभियान जारी है.

2020 में जीदन गुड़िया का खात्मा

जीदन एक दशक से ज्यादा प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई में सक्रिय रहा है. 2007 की जुलाई माह में खूंटी पुलिस ने उसे गौड़बेडा जंगल से आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था, तब कुल आठ मामले दर्ज थे. 2009 में खूंटी के कोर्ट के जेल हाजत से फरार हो गया था. उसके बाद दोबारा फिर कभी खूंटी पुलिस के हत्थे जीदन गुड़िया नहीं आया लेकिन 2020 में खूंटी पुलिस के जवानों ने उसका खात्मा कर दिया.

जीदन के नाम से कांपते थे लोग
पीएलएफआई में सुप्रीमो दिनेश गोप के बाद द्वितीय कमांडर की भूमिका में लगातार सक्रिय रहा और खूंटी समेत अन्य इलाकों की पुलिस के लिए सरदर्द बना हुआ था. जीदन गुड़िया पर 15 लाख का इनाम था. जीदन खूंटी, चाईबासा, सिमडेगा और गुमला के लिए कुख्यात था और इसके नाम से ही लोग कांपते थे. 

कई सामान बरामद

घटनास्थल से पुलिस ने एक एके 47, एके 47 का लोडेड तीन मैगजीन, कई गोलियां, 2 वॉकी टॉकी, बैटरी चार्जर, विभिन्न कंपनियों के 70 सिम, नकद रुपये समेत दैनिक उपयोगी सामग्रियां पुलिस ने बरामद किया है.

मुठभेड़ में 300 राउंड गोलियां चली
खूंटी पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि मुरहु थाना के कुम्हारडीह और कोयोंगसार क्षेत्र में पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप अपने दस्ते के साथ भ्रमणशील है. इसी सूचना के आधार पर सीआरपीएफ की दो टीम और खूंटी जिला बल के जवान संयुक्त ऑपेरशन चला रहे थे. पीएलएफआई की पुख्ता सूचना होने पर पुलिस ने इलाके की घेराबंदी की और उग्रवादियों के साथ पुलिस की मुठभेड़ हो गई. मुठभेड़ में लगभग 250 से 300 राउंड गोलियां चली. मुठभेड़ के बाद पुलिस ने घटनास्थल से नक्सली जीदन गुड़िया का शव बरामद किया. घटना के बाद पूरे इलाके की नाकेबंदी करके पुलिस अब भी सर्च अभियान चला रही है.

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पीएलएफआई को लगा बड़ा झटका

जीदन गुड़िया खूंटी जिले के तोरपा थाना क्षेत्र के कोचा करंजटोली गांव का रहने वाला था. जीदन गुड़िया पुलिस के लिए लंबे समय से चुनौती बना हुआ था. मुठभेड़ में बार-बार दिनेश गोप और जीदन गुड़िया बच निकलते थे. जिदन गुड़िया के मारे जाने से प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई को बहुत बड़ा झटका लगा है. संगठन के लिए लेवी वसूली, संगठन विस्तार समेत, विकास कार्यों में संलग्न इंजीनियर ठेकेदारों से मोटी रकम वसूली में जिदन गुड़िया सक्रिय भूमिका में रहा है. यहां तक कि चुनावी पर्दे के पीछे से राजनीतिक दांव पेंच में भी जीदन गुड़िया की भूमिका निर्णायक होती थी.

Last Updated : Dec 21, 2020, 6:08 PM IST

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