रांची: शिक्षा विभाग द्वारा हरी झंडी मिलने के बाद झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने 28 मई 2020 से मैट्रिक और इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन की तिथि निर्धारित किया है. जैक अध्यक्ष ने जानकारी देते हुए कहा कि कोविड-19 को लेकर जारी तमाम निर्देशों का पालन करते हुए उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन का काम किया जाएगा. तमाम मूल्यांकन केंद्रों में सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जाएगा साथ ही तमाम सुरक्षात्मक कदम उठाए जाएंगे.
28 मई से होगी मैट्रिक और इंटर की कॉपियों की जांच
इधर, जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में प्रखंड संसाधन केंद्र के सभागार में जिले के सभी क्षेत्रीय प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित की गई. बैठक के दौरान शिक्षा व्यवस्था संबंधित कई निर्णयों के साथ-साथ कोविड-19 को लेकर शिक्षा जगत में जारी दिशा-निर्देशों के संबंध में भी विशेष रूप से चर्चा हुई. झारखंड एकेडमिक काउंसिल मैट्रिक और इंटर की परीक्षार्थियों की कॉपियों की मूल्यांकन को लेकर विभाग से अनुमति मांगी थी. विभाग ने इसका प्रस्ताव आपदा प्रबंधन विभाग को भेज था. अब सरकार के स्तर पर कॉपियों की जांच की अनुमति दे दी गई है, जैक अध्यक्ष अरविंद प्रसाद सिंह ने जानकारी दी है कि 28 मई से कॉपियों की जांच शुरू कर दी जाएगी. बता दें कि राज्य में 6 लाख से अधिक परीक्षार्थी मैट्रिक और इंटर की परीक्षा में शामिल हुए थे. दोनों कक्षाओं की बोर्ड परीक्षाएं फरवरी में समाप्त हुई थी. दोबारा मूल्यांकन केंद्र का निर्धारण कर कॉपियों की 28 मई से शुरू की जाएगी. जैक अध्यक्ष ने कहा कि जून के अंत तक रिजल्ट जारी करने की कोशिश की जा रही है. पहले मैट्रिक और इंटर साइंस, फिर कॉमर्स का रिजल्ट जारी किया जाएगा. इसके बाद इंटर आर्ट्स का रिजल्ट भी जारी कर दिया जाएगा.
उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के दौरान इन निर्देशों देशों का किया जाएगा पालन
1.कोरोना वायरस के मद्देनजर परिषद द्वारा सभी परीक्षकों के लिए सेनेटाइजर और फेस मास्क उपलब्ध कराया है. परीक्षक प्रत्येक दिवस कार्य प्रारंभ के पूर्व और बीच में समाप्ति के बाद अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सेनेटाइजर का उपयोग करेंगे. इसे सुनिश्चित किया गया है, इसके साथ ही फेस मास्क पहनकर ही उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करेंगे.
2.प्रत्येक दिन उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन केंद्र को सेनेटाइज किया जाएगा, तमाम परीक्षकों का थर्मल स्क्रीनिंग किया जाएगा सामान्य से अधिक शारीरिक तापमान पाए जाने पर तत्काल मूल्यांकन कार्य से उस शिक्षक को वंचित किया जाएगा, चिकित्सीय परामर्श के लिए भेजा जाएगा.
3.सोशल डिस्टेंसिंग के तहत परीक्षकों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है. सीट प्लानिंग और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जाएगा
4.प्रत्येक मूल्यांकन केंद्र में परीक्षक के हाथ धोने की व्यवस्था सुदृढ़ होने चाहिए.