रांची: राजधानी रांची के जेल चौक के पास बीते 10 अगस्त की शाम हुई गोलीबारी में घायल सप्लायर और जमीन कारोबारी कुंदन सिंह की 50 दिनों के बाद मौत हो गई. 50 दिन बीत जाने के बाद भी कुंदन सिंह के हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है.
क्या है मामला
बीते 10 अगस्त को कुंदन सिंह की रांची के लालपुर थाना क्षेत्र के आदिवासी हॉस्टल के पास जय मार्बल दुकान में गोली मार दी गई थी. गोलीबारी में शामिल अपराधी राज वर्मा उर्फ बीड़ी डिप्टीपाड़ा के रास्ते फरार हुआ था. इस दौरान उसी रास्ते से गुजर रहे एक बाइक सवार को रोका और पिस्टल दिखाकर उसकी बाइक लूट ली थी.
उसी बाइक से वह तेजी से फरार हो गया था. इसके बाद कुंदन का इलाज रिम्स में हुआ था. 12 अगस्त को ऑपरेशन कर गोली निकाल दी गई थी. इसके बावजूद कुंदन के शरीर में इंफेक्शन फैल रहा था. निजी अस्पताल में इलाज भी कराया गया, लेकिन अचानक स्थिति बिगड़ी और मौत हो गई. घटना के बाद भी अपराधी के नहीं पकड़े जाने और मौत हो जाने पर परिजन आक्रोशित हो गए थे. सड़क जाम करने तक की भी तैयारी थी. हालांकि पुलिस की ओर से समझाने बुझाने के बाद परिजनों ने कुंदन के शव का लखीसराय में अंतिम संस्कार कर दिया.
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रंगदारी नहीं देने पर कालू लामा ने कराया हमला
मामले में कुंदन सिंह की बहन पूनम देवी ने एफआईआर दर्ज कराई थी. एफआईआर में बताया गया है कि कालू लामा ने बीते फरवरी महीने में कॉल कर 10 लाख की रंगदारी मांगी थी. रंगदारी न देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी. इस मामले में कालू लामा जेल चला गया था. जेल जाने के बाद उसने अपने गिरोह के अपराधी राज वर्मा से हमला करा दिया. घायल कुंदन के परिजनों के अनुसार, पूरी प्लानिंग के साथ राज वर्मा कुंदन सिंह की हत्या के लिए दुकान पहुंचा था.
श्रीराम मंदिर के भूमिपूजन से लौटा था कुंदन
कुंदन एदलहातु के जय माता दी अपार्टमेंट के पीछे वाली गली का रहने वाला था. मार्बल दुकान कुंदन के जीजा प्रवीण सिंह उर्फ पिंटू की है. बीते 25 मई को कुंदन के जीजा पिंटू का निधन हो गया. इसके बाद से कुंदन और उसकी बहन मिलकर दुकान चला रहे थे. मार्बल दुकान के स्टाफ के अनुसार, बीते 5 अगस्त को अयोध्या में श्रीराम मंदिर की भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल होकर कुंदन सिंह लौटे थे. वहां से लौटने के बाद 10 अगस्त की शाम दुकान में बैठे थे इसी बीच गोली मार दी गई.
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कुंदन सिंह से कालू ने भी मांगी थी रंगदारी
कुंदन सिंह को कॉल कर दस लाख की रंगदारी मांगी गई थी. कुंदन सिंह के मोबाइल पर बीते 27 फरवरी को करीब ढाई बजे कॉल कर 10 लाख की रंगदारी मांगी गई थी. रंगदारी एदलहातू अराधना सिंह गली निवासी कालू लामा ने मांगी थी. इससे पहले भी बीते 16 फरवरी को कॉल कर किसी तिवारीजी से बातचीत करने के लिए कहा था. उस समय भी धमकी दी थी.
रंगदारी की रकम नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी. इसे लेकर कुंदन सिंह ने एफआईआर दर्ज कराई थी. इस मामले में कालू लामा को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेजा था. राज वर्मा की ओर से रंगदारी की मांग की गई और गोलीबारी जेल में बंद कालू के ही इशारे पर किए जाने की बात सामने आ रही है.