नई दिल्ली: कोरोना लॉकडाउन के कारण महाराष्ट्र में झारखंड के कई मजदूर फंसे हुए हैं. इनमें से कई मजदूर वह हैं जो झारखंड के चतरा से हैं. उन लोगों ने वीडियो जारी किया और अपना दर्द साझा किया. महाराष्ट्र में चतरा के फंसे मजदूरों ने कहा कि उन लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. उनके पास खाने-पीने की चीजें नहीं हैं और पैसे भी नहीं हैं.
स्थानीय स्तर पर नहीं हो रही मदद
स्थानीय स्तर पर भी उन लोगों की कोई मदद नहीं की जा रही है. उन लोगों ने बताया कि यहां झारखंड के कुछ लोग हैं, जो कभी-कभी हम लोगों की सहायता कर देते हैं. मजदूरों ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह किया है कि किसी भी तरह हम लोगों को महाराष्ट्र से झारखंड बुला लीजिए या महाराष्ट्र सरकार से बात करके हमलोगों को स्थानीय स्तर पर मदद पहुंचाइए. हम लोग संकट के दौर से गुज रहे हैं. उन लोगों ने कहा कि वह लोग यहां मजदूरी करते थे, लेकिन लॉकडाउन के कारण उनका सारा कामकाज ठप हो गया है.
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता को भेजा वीडियो
मजदूरों ने बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुदेश वर्मा को अपना वीडियो भेजा है और आग्रह किया कि झारखंड सरकार तक हमारी बात पहुंचाइए और हमारी मदद करवाइए. भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुदेश वर्मा ने मुंबई में फंसे चतरा के मजदूरों को झारखंड लाने के लिए झारखंड सरकार से मांग की है. उन्होंने झारखंड सरकार से आग्रह किया है कि मुंबई में चतरा के सैकड़ों फंसे हुए मजदूर कामगार भाईयों की सहायता करें.
सुदेश वर्मा ने सीएम से की मांग
सुदेश वर्मा ने कहा कि चतरा के करीब 300 लोग जो विभिन्न प्रकार के कार्य करते हैं वो लोग मुबंई में शुभाष नगर, सीपज, एमआईडीसी, अंधेरी ईस्ट में फंसे हुए हैं. वहां से सुनील दांग, ग्राम पथरिया पोस्ट करनी थाना इटखोरी जिला चतरा निवासी मोबाइल नंबर 8369962109 ने मुझसे दूरभाष पे बताया कि हम लोग अमानवीय स्थिति में रह रहे हैं. राशन भी खत्म हो गया है, आप कृप्या राज्य सरकार से आग्रह करें कि किसी भी हाल में हमें चतरा पहुंचाया जाए.
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वहीं, बता दें बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है. लॉकडाउन में फंसे सभी लोगों को अपने प्रदेश जाने की इजाजत दे दी गई है. लॉकडाउन में फंसे छात्र, मजदूर, पर्यटक सभी को अपने घर जाने की इजाजत दे दी गई है. गृह मंत्रालय ने कहा है कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बस से सभी को अपने प्रदेश ले जाया जाए. वहीं, अब महाराष्ट्र में फंसे झारखंड के मजदूर भी घर वापस आ सकेंगे.