रांची: सीटेट(CTET) की तर्ज पर झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा(JTET) के अभ्यर्थियों की सर्टिफिकेट की मान्यता ताउम्र की जाएगी. इसे लेकर लगातार सवाल खड़े किए जा रहे थे. हालांकि विभागीय स्तर पर इस ओर ध्यान दिया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक स्कूली शिक्षा साक्षरता विभाग(School Education Literacy Department) ने इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर कार्मिक विभाग को भेजा है. हालांकि यहां के अभ्यर्थियों(JTET Candidates) का कहना है कि जब नियुक्ति ही नहीं करना है, तब इस तरीके का प्रस्ताव का कोई मतलब ही नहीं बनता है.
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रोजगार को लेकर अभियान
इन दिनों विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थी, सरकार के खिलाफ रोजगार को लेकर ट्विटर के जरिए एक अभियान(Employment Campaign) चला रहे हैं. लगातार नियुक्ति की मांग भी की जा रही है. इसी कड़ी में सीटेट(CTET) की तर्ज पर जेटेट(JTET) की मान्यता उम्र भर करने की दिशा में राज्य सरकार के शिक्षा विभाग की ओर से कदम बढ़ाया गया है. शिक्षा विभाग ने इस मामले को लेकर एक प्रस्ताव तैयार कर कार्मिक विभाग को भेजा है.
एक लाख से अधिक अभ्यर्थी JTET पासएक लाख से अधिक अभ्यर्थी JTET पास हैं. जिनके सर्टिफिकेट की मान्यता इस प्रस्ताव को पारित होने के बाद उम्र भर हो जाएगी. हालांकि कैबिनेट की बैठक में ही इस प्रस्ताव को पारित किया जाएगा. उसके बाद ही इस पर नियम संगत निर्णय लिया जाएगा. अब तक इस राज्य में 2013 और 2016 में JTET की परीक्षा हुई है. वहीं शिक्षक नियुक्ति के मामले में यह राज्य सबसे फिसड्डी है.
अभ्यर्थियों ने क्या कहा अभ्यर्थियों का कहना है कि उम्र सीमा बढ़ाने से कुछ नहीं होगा, जब तक नियुक्ति प्रक्रिया शुरू न किया जाए. राज्य के प्राथमिक स्कूलों(Primary Schools) से लेकर प्लस टू हाई स्कूल(Plus 2 High School) में भी शिक्षकों की घोर कमी है. इसके बावजूद नियुक्ति नहीं हो रही है और अभ्यर्थियों को बरगलाने के लिए शिक्षा विभाग का यह हथकंडा है.