रांची: आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य के विपक्षी दलों के महागठबंधन दलों में सीट शेयरिंग को लेकर उहापोह की स्थिति है. इस बीच बीजेपी ने दावा किया कि राज्य में महागठबंधन स्थापित नहीं हो पाएगा. पार्टी के प्रदेश महामंत्री दीपक प्रकाश ने कहा कि लोकसभा चुनावों के दौरान महागठबंधन में दरार पड़ चुकी है और राज्य के लोग भी उनके असली चेहरे को जान चुके हैं.
दीपक प्रकाश ने कहा आगामी विधानसभा चुनाव में जिस प्रकार बीजेपी की तैयारी है उसके सामने महागठबंधन बौना साबित होगा. उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि यह गठबंधन स्थापित नहीं हो पाएगा. उन्होंने कहा कि राज्य के लोग अपने हाथों से इस तरह के गठबंधन को यहां के स्थानीय नदी में प्रवाहित कर निश्चिंत हो जाएंगे.
महागठबंधन की एकजुटता को लेकर सत्ताधारी दल में बेचैनी
वहीं महागठबंधन का राज्य में नेतृत्व कर रहे झारखंड मुक्ति मोर्चा ने दावा किया कि विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए बैठकों का दौर जारी है. इस प्रक्रिया में झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. पार्टी सूत्रों ने कहा कि एक तरफ जहां छोटे-बड़े सभी विपक्षी खेमे के दल सोरेन के संपर्क में हैं. वहीं वाम दलों ने भी महागठबंधन में शामिल होने की इच्छा जताई है, पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता विनोद पांडे ने कहा कि सीट शेयरिंग को लेकर अगली बैठक में काफी कुछ क्लियर हो जाएगा. बीजेपी जितना भी आरोप लगा ले हकीकत यह है कि महागठबंधन की एकजुटता को लेकर सत्ताधारी दल में बेचैनी है.
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सीट शेयरिंग को लेकर फार्मूला तय नहीं
राज्य झारखंड मुक्ति मोर्चा प्रमुख विपक्षी दल की भूमिका में है जिसके विधानसभा में 18 विधायक हैं. वहीं कांग्रेस 8 विधायकों के साथ दूसरे नंबर पर है, जबकि झारखंड विकास मोर्चा और लेफ्ट का दो और एक-एक सीट पर कब्जा जमाए हुए हैं. ऐसी परिस्थिति में झारखंड मुक्ति मोर्चा सभी विपक्षी दलों के शेयरिंग को लेकर फार्मूला निकालने में लगा है. हालांकि सीटिंग विधायकों के सीट पर उन्हीं दलों के उम्मीदवारों को लेकर बात बनी है लेकिन अगले चरण में दूसरे स्थान पर रहे दलों की उम्मीदवारी को लेकर तस्वीर साफ होनी बाकी है.