रांची: झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 26 फरवरी से शुरू होने जा रहा है. इस सत्र के हंगामेदार होने के आसार है. गुमला के कामडारा में आदिवासी परिवार के 5 लोगों की निर्मम हत्या का मामला जोर शोर से उठना लाजमी है. दूसरी तरफ पूर्ववर्ती रघुवर सरकार के समय बनाई गई नियोजन नीति रद्द किए जाने का मामला भी विपक्ष उठाने की तैयारी में है. पंचायत चुनाव और नगर निकाय चुनाव में हो रही देरी को लेकर भी सरकार को विपक्ष के सवालों का जवाब देना होगा. इसके अलावा विधि व्यवस्था के साथ-साथ संविदा कर्मियों का मामला भी उठ सकता है. इसके लिए दोनों पक्ष रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं.
हंगामेदार हो सकता है झारखंड विधानसभा का बजट सत्र, दोनों पक्ष बना रहे हैं रणनीति
26 फरवरी से झारखंड विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने जा रहा है. इसे लेकर भाजपा और कांग्रेस अपनी-अपनी रणनीति बना रहे हैं.
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विपक्ष के संभावित सवालों का जवाब देने के लिए 25 फरवरी को महागठबंधन के विधायकों की बैठक बुलाई गई है. जो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर शाम 6:00 बजे से होगी. कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी बुलाई गई है जो 24 फरवरी की शाम को होगी और इसमें राजद के विधायक भी शामिल होंगे. दूसरी तरफ मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने 27 फरवरी को अपने विधायकों की बैठक बुलाई है. इसके अलावा पिछले 1 वर्षों में वित्तीय वर्ष 2020-21 के बजट की राशि खर्च नहीं किए जाने के मामले को लेकर भी विपक्षी विधायक सत्तापक्ष को घेरने की कोशिश करेंगे.