रांचीः झारखंड में मानसून पूरी तरह सक्रिय है. रांची मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 27 जुलाई को राज्य के उत्तर-पूर्वी, दक्षिण-पूर्वी और मध्य भाग में भारी बारिश हो सकती है. कुछ इलाकों में वज्रपात की भी आशंका है.
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27 जुलाई को गिरिडीह, खूंटी, कोडरमा, सिमडेगा और पश्चिमी सिंहभूम जिले के कुछ हिस्सों में बादल गजरने के साथ हल्की बौछारें पड़ सकती हैं. 28 जुलाई को राज्य के उत्तरी, दक्षिण-पूर्वी और मध्य भाग में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है. 29 जुलाई को उत्तरी, दक्षिण-पूर्वी और मध्य भाग में अतिभारी बारिश की आशंका है. 31 जुलाई के बाद झारखंड में मौसम सामान्य होने का अनुमान है.
28 जुलाई का पूर्वानुमान (सौ. मौसम विज्ञान केंद्र,रांची)
28 से 30 जुलाई तक बच कर रहें
मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया है कि 28 जुलाई को 20 जिलों रांची, कोडरमा, गढ़वा, गिरीडीह, चतरा, जामताड़ा, दुमका, देवघर, गोड्डा, धनबाद, पलामू, पूर्वी सिंहभूम, बोकारो, लातेहार, लोहरदगा, सरायकेला-खरसावां, साहिबगंज, हजारीबाग, रामगढ़ और पाकुड़ में भारी से अतिभारी बारिश हो सकती है. इन जिलों में 29 से 30 जुलाई तक भी भारी बारिश की आशंका है. मौसम विभाग ने इसके लिए रेड अलर्ट जारी किया है. हालांकि गुमला, खूंटी, पश्चिमी सिंहभूम और सिमडेगा में मौसम सामान्य रहने की संभावना है.
29 जुलाई का पूर्वानुमान (सौ. मौसम विज्ञान केंद्र,रांची)
रेड अलर्ट के बाद ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग 30 और 31 जुलाई के अपने पूर्वानुमान में बताया है कि रांची, कोडरमा, गढ़वा, गुमला, चतरा, पलामू, पश्चिमी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, बोकारो, लातेहार, लोहरदगा, सरायकेला-खरसावां, सिमडेगा, हजारीबाग, रामगढ़, और खूंटी में भारी बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने इन जिलों के ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. 30 और 31 जुलाई को गिरीडीह, धनबाद, देवघर,जामताड़ा, दुमका, गोड्डा, साहिबगंज और पाकुड़ में मौसम सामान्य रहने की उम्मीद है.
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30 जुलाई का पूर्वानुमान (सौ. मौसम विज्ञान केंद्र,रांची)
मौसम विभाग के अलर्ट के मायने
मौसम विभाग ग्रीन, येलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी करता है. ग्रीन अलर्ट का मतलब कोई खतरा नहीं है. येलो अलर्ट आने वाले खतरे के प्रति सचेत करता है. येलो अलर्ट को मौसम विभाग जैसे-जैसे मौसम खराब होता है, ऑरेंज अलर्ट में परिवर्तित कर देता है. ऑरेंज अलर्ट में बारिश और आंधी की पूरी संभावनाएं होती हैं. इस अलर्ट के बाद लोगों को सावधान होना चाहिए और इधर-उधर जाने पर सावधानी बरतनी चाहिए. रेड अलर्ट का मतलब है कि हालात बेहद खतरनाक हैं. मौसम विभाग के अनुसार ऐसे मौसम में इधर-उधर नहीं निकलना चाहिए. सुरक्षित स्थान में शरण लेने, पेड़ के नीचे नहीं रहने और बिजली के खंभे से दूर रहने की भी हिदायत दी जाती है.