रांचीः झारखंड में उग्रवादी संगठन जेजेएमपी वर्तमान समय में पुलिस के लिए सबसे बड़ा टारगेट बन गया है. खासकर झारखंड जगुआर के जवानों का हाल यह है कि अगर उन्हें मौका मिल जाए तो वो जेजेएमपी को नेस्तनाबूद कर दें.
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पिछले दिनों में लातेहार में जेजेएमपी के हुए हमले में अपने डिप्टी कमांडेंट को खोने के बाद झारखंड जगुआर के जवानों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है. वो किसी भी कीमत पर उग्रवादियों से बदला लेना चाहते हैं. इसी को लेकर अब झारखंड जगुआर जेजेएमपी पर बड़ा वार करने की तैयारी में है. इसके लिए रणनीति बनायी जा रही है.
बड़े अभियान की तैयारी
लातेहार के सलैया जंगल में 28 सितंबर को उग्रवादी संगठन जेजेएमपी के साथ मुठभेड़ में बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार के शहीद हो जाने के बाद झारखंड जगुआर के जवान बेहद आक्रोशित हैं. जेजेएमपी सुप्रीमो 10 लाख के इनामी जोनल कमांडर पप्पू लोहरा और उसके दस्ते के सदस्यों की तलाश जोरशोर से जारी है. झारखंड जगुआर के राडार पर जेजेएमपी के 15 कुख्यात उग्रवादी हैं.
इन सभी के 28 सितंबर वाले मुठभेड़ में होने की शामिल होने की संभवाना है, सभी की तलाश जारी है. इनमें से पांच के विरुद्ध झारखंड सरकार ने 23 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है. जेजेएमपी का प्रभाव क्षेत्र पलामू, लातेहार और लोहरदगा में है. पूर्व में जेजेएमपी के कुछ उग्रवादी मारे भी जा चुके हैं, पर सरगना सहित अन्य हार्डकोर अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, जो पुलिस के लिए सिरदर्द बने हुए हैं. वर्तमान समय में झारखंड जगुआर की कई कंपनियां उग्रवादी संगठन के खिलाफ अभियान चला रही है. 28 सितंबर को मुठभेड़ में शामिल झारखंड जगुआर के जवान वापस लौट चुके हैं. लेकिन वो एक बार फिर से जंगल में जाना चाहते हैं ताकि अपने कमांडर की मौत का बदला ले सके.
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जल्द होगा सफाया
झारखंड जगुआर के एसपी शैलेंद्र वर्णवाल के अनुसार डिप्टी कमांडेंट राजेश की शहादत के बाद जवानों में गुस्सा है. उग्रवादी संगठन जेजेएमपी के उग्रवादी उनके टारगेट पर हैं. जिस मुठभेड़ में राजेश कुमार शहीद हुए थे उस दौरान भी संगठन को काफी नुकसान पहुंचाया गया है. अमेरिकन राइफल सहित कुल आठ हथियार उस दौरान मुठभेड़ के बाद बरामद हुए हैं. फिलहाल झारखंड जगुआर का एकमात्र टारगेट उग्रवादी संगठन जेजेएमपी है, जिसका जल्द ही पूरी तरह से सफाया किया जाएगा.
कौन-कौन है टारगेट पर
पांच लाख का इनामी लवलेश गंझू (सब जोनल कमांडर, लातेहार), रवि उर्फ सुमेश उरांव (सदस्य, गढ़वा), राजेश यादव उर्फ राजेश टाइगर (सदस्य, लोहरदगा), राजेश्वर प्रसाद उर्फ भोला (सदस्य, लोहरदगा), रामदेव लोहरा उर्फ साधु (सदस्य, लातेहार), अमित लोहरा (सदस्य, लातेहार) और मुकेश राम उर्फ कुल्लू (लातेहार). इसके अलावा एक लाख का इनामी गोदना, लातेहार निवासी शिवा सिंह, एक लाख का इनामी पांकी, पलामू निवासी गणेश लोहरा उर्फ विकास जी भगवान और एक लाख के इनामी गढ़वा निवासी शिवपूजन भी इस लिस्ट में शामिल है.
टारगेट पर जेजेएमपी उग्रवादी जेजेएमपी संगठन में कौन किस पद पर हैपप्पू लोहरा उर्फ सोमेद लोहरा, ये लातेहार के लुडीकोने का रहने वाला है, लोहरा संगठन का प्रमुख है और जोनल कमांडर रैंक का उग्रवादी है. इस पर सरकार ने 10 लाख का इनाम रखा है. बीरबल उरांव उर्फ सुशील उरांव, ये लातेहार के मनिका का रहने वाला है, यह संगठन में सब-जोनल रैंक का उग्रवादी है. सरकार ने इसपर पांच लाख का इनाम रखा है. रवींद्र यादव नावा, पलामू में रामगढ़ का रहने वाला है, यह संगठन में सब-जोनल रैंक का उग्रवादी. इस पर सरकार ने पांच लाख का इनाम रखा है. फिरोज अंसारी, यह लोहरदगा के रुबेन का रहने वाला है, संगठन में यह एरिया कमांडर रैंक का उग्रवादी है. इस पर दो लाख का इनाम घोषित है. ललींद्र महतो, लोहरदगा के किस्को का रहने वाला है. इस पर सरकार ने एक लाख रुपये का इनामी रखा है.
इनामी जेजेएमपी उग्रवादियों की लिस्ट