रांचीः झारखंड में कोरोना जांच रिपोर्ट में देरी पर हाई कोर्ट ने कड़ी नाराजगी जताई है. झारखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डॉ रवि रंजन ने तल्ख टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि जब हाई कोर्ट के कर्मचारियों की कोरोना जांच रिपोर्ट 4 दिन से पड़ी है तो भी आम लोगों का क्या हाल होगा?
सिविल सर्जन लोगों की जान लेना चाहते हैं क्या, हाई कोर्ट की तल्ख टिप्पणी
14:21 April 09
स्वास्थ्य सचिव को भी कड़ी फटकार
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झारखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने रांची सिविल सर्जन को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि आप लोगों की जान लेना चाहते हैं क्या? उन्होंने झारखंड सरकार के स्वास्थ्य सचिव को भी कड़ी फटकार लगाई और कहा कि कि ऐसे अधिकारी को कैसे रखे हुए हैं? आपके अधिकारी इस पर तुरंत कार्रवाई कर झारखंड हाई कोर्ट को सूचित करें.
लापरवाही से बचने की हिदायत
इसके ठीक एक दिन पहले राज्यों के मुख्यमंत्री से सुझाव लेते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने टेस्ट, ट्रैक और ट्रीटमेंट से कोरोना को हराने पर जोर दिया. उन्होंने अधिक से अधिक जांच हो और लापरवाही से बचने की हिदायत दी. झारखंड में अगले ही दिन टेस्ट रिपोर्ट की धीमी गति पर हाई कोर्ट ने नाराजगी जताई है. झारखंड में 24 घंटे के अंदर 1,882 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं. बीते 24 घंटे के दौरान 7 मरीजों की मौत भी हो गई है. फिलहाल झारखंड में संक्रमितों की संख्या 9,249 हो गई है. झारखंड में रिकवरी रेट घटकर 92.16 फीसदी हो गया है.