रांचीः फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ( Jharkhand Chamber election) की 21 सदस्यीय नई कार्यकारिणी के लिए चुनाव संपन्न हुआ. चुनाव में टीम राहुल ने जीत दर्ज की है. उनकी टीम के 12 प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है. किशोर गुट के 6 प्रत्याशी जीते हैं. जबकि 3 सदस्य टीम शैलेंद्र और अन्य गुट के बने हैं.
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बता दें कि रविवार देर रात झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स के नई कार्यकारिणी चुनाव((Jharkhand Chamber Election) ) के नतीजे घोषित हुए. जिसमें किशोर मंत्री को सबसे ज्यादा 1910 वोट मिले. नई कार्यकारिणी में सबसे अधिक वोट पाने वाले पहले 21 को जगह मिलेगी. किशोर मंत्री, आदित्य मल्होत्रा, रोहित पोद्दार, ज्योति कुमारी, परेश गट्टानी, अमित शर्मा, प्रवीण लोहिया, डॉ अभिषेक रामदीन, राम बांगर, शैलेश अग्रवाल, राहुल मारू, राहुल साबू, अनिल अग्रवाल, नवजोत अलंग, विकास विजयवर्गीय, सुनील केडिया, मनीष सर्राफ, सोनी मेहता, रोहित अग्रवाल, नवीन कुमार अग्रवाल, अनीश बुधिया. इन लोगों ने चुनावा में जीत दर्ज की है.
राहुल मारू के चैंबर अध्यक्ष बनने की संभावनाःचैंबर चुनाव में टीम राहुल के 12 सदस्यों की जीत के बाद इस बात की संभावना काफी बढ़ गई है कि राहुल मारु झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स के नए अध्यक्ष होंगे. इसकी घोषणा नई कार्यकारिणी सदस्यों की बैठक के बाद की जाएगी.
शनिवार और रविवार को हुई थी वोटिंगःचैंबर चुनाव की नई कार्यकारिणी के लिए शनिवार को दोपहर बाद और रविवार को चैंबर भवन में वोट डाले गए थे. पहले से ही यह कयास लगाया जा रहा था कि इस बार मुख्य मुकाबला किशोर मंत्री और राहुल मारू टीम के बीच होगा. नतीजा भी इसी तरह का आया है.
मैदान में 57 उम्मीदवारः झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के राज्यभर के कुल 3500 वोटर है. वहीं कार्यकारिणी के 21 पदों के लिए कुल 57 उम्मीदवार इस बार चुनावी अखाड़े में थे. इनमें से 21 सर्वाधिक मत पाने वाले उम्मीदवार विजयी घोषित किए गए. विजयी सदस्य फिर इन 21 में से कार्यकारिणी में चैंबर के अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष और अन्य पदों के लिए नामों का चयन करेंगे.
तीन टीम बनाकर चुनाव मैदान में उम्मीदवारः झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के लिए हालांकि 57 उम्मीदवार चुनावी समर में थे. लेकिन इनमें से ज्यादातर उम्मीदवार टीम किशोर, टीम राहुल और टीम शैलेंद्र के साथ मैदान में डटे थे. कुछ ही उम्मीदवार ऐसे ते जो किसी टीम के साथ नहीं बल्कि व्यक्तिगत रूप से (जिसे निर्दलीय भी कह सकते हैं) चुनाव लड़ रहे थे.