रांची: पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के प्रयास से रेलवे स्टेशन और रेलगाड़ियों में सस्ती कीमत में जनता खाना योजना चलाई गई थी. उस दौरान यह योजना काफी हिट रही. योजना से गरीब जनता को सीधे तौर पर जोड़ा गया था. रेलवे बोर्ड ने जनता खाना के लिए ट्रेन में 20 और स्टेशन पर 15 रुपये मूल्य तय किए थे. हालांकि अब यह योजना दम तोड़ती नजर आ रही है. जागरूकता की कमी के कारण लोगों को इसके बारे में पता ही नहीं है.
यात्रियों को जनता खाना नहीं मिल रहा है. नतीजतन रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है. हटिया-रांची रेलवे स्टेशन पर फेस्टिवल सीजन के दौरान ट्रेनों में अमूमन यात्रियों की भीड़ अधिक बढ़ जाती है. इससे यात्रियों का अधिकतर समय स्टेशन पर ही गुजरता है. यात्रियों को 15 रुपये में मिलने वाला जनता खाना उनके लिए सपना सा बन गया है. हालांकि कुछ एक स्टॉल में एक-दो पैकेट जनता खाना आपको जरूर मिल जाएगा. वह भी जब किसी अधिकारी के निरीक्षण की सूचना मिलती है.
आनन-फानन में स्टाफ द्वारा जनता खाने का पैकेट मुहर मारकर रख दिया जाता है. जिससे लगे कि जनता खाने की बिक्री इन स्टॉल्स में हो रही है. गौरतलब है कि रेलवे द्वारा स्पष्ट कहा गया है कि जिन स्टॉल धारक के पास जनता खाना नहीं होगा, उन पर कार्रवाई होगी. इसके बावजूद अधिकतर स्टॉल्स में जनता खाना गायब दिखा.