रांची:झारखंड में मानव तस्करी(human trafficking) पर लगाम कसने के लिए झारखंड पुलिस मुख्यालय(Jharkhand Police Headquarters) ने बड़ी योजना बनायी है. राज्य के किसी भी इलाके से बाहर जाने वाले मजदूरों की जानकारी अब थाने को देनी होगी. मजदूरों को बाहर ले जाने के बाद उनके बारे में जानकारी रखी जा सके, इसके लिए तीन स्तरीय व्यवस्था की गई है.
झारखंड से मानव तस्करी रोकने की कवायद हुई तेज, अब थाने को देनी होगी बाहर जाने वाले मजदूरों की जानकारी - Jharkhand Police
मानव तस्करी रोकने के लिए झारखंड पुलिस (Jharkhand Police)अपनी योजना पर आगे बढ़ रही है. इसी के तहत अब ज्य के किसी भी इलाके से बाहर जाने वाले मजदूरों की जानकारी अब थाने को देनी होगी.
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एजेंसी को देना होगा शपथ पत्र
राज्य पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों के मुताबिक जो एजेंसी या कंपनी मजदूरी के लिए यहां के लोगों को बाहर ले जाएगी उसकी पूरी जानकारी स्थानीय थाने को शपथ पत्र के रूप में देनी होगी. मसलन उन्हें कहां ले जाया जा रहा है, किस तरह के काम में उन्हें लगाया जाएगा इसकी जानकारी देनी होगी. राज्य पुलिस के साथ-साथ श्रम विभाग को भी यह जानकारी प्रेषित की जाएगी.
हर थाने में होगा फार्मेट
पुलिस मुख्यालय के अनुसार राज्य के हर थाने में एक फॉर्मेट रहेगा जिसमें काम के लिए ले जाए जाने वाले मजदूरों का और उन्हें ले जाने वाली कंपनी का पूरा विवरण रहेगा. शपथ पत्र की तीन कॉपी बनाई जाएगी, जिसमे एक थाना में, एक लेबर डिपार्टमेंट और एक मजदूर के घरवालों के पास रहेगा.
जहां ले जाया जाएगा वहां से भी सत्यापन
राज्य के मजदूरों को जहां ले जाया जाएगा वहां के संबंधित थाने से भी सत्यापन कराया जाएगा. पुलिस यह जांचेगी कि मजदूरों को जहां ले जाने की बात कही गई थी, वह वहीं काम कर रहे हैं या अन्यत्र कहीं लगाया गया है. मानव तस्करी से संबंधित मामला सामने आने पर संबंधित लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी. गौरतलब है कि हाल में दिनों में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी मानव तस्करी रोकने की दिशा में बड़े फैसले लेने की बात कही थी.