रांची: तीन दिन पहले ही रांची रेल मंडल के मूरी रेलवे स्टेशन पर इंजीनियरिंग विभाग की लापरवाही के कारण एक बड़ी दुर्घटना घटने से बाल-बाल बची है. गरीब रथ के रेलवे ट्रैक पर इंजीनियरिंग विभाग द्वारा तीन कर्मचारियों को सवार कर एक ट्रॉली को चला दिया गया. ट्रॉली और गरीब रथ के बीच जोरदार टक्कर भी हुई थी. हालांकि इसमें सवार कर्मचारी बाल-बाल बच गए थे.
होगी कार्रवाई
इस मामले पर डीआरएम ने संज्ञान लिया है. साथ ही संबंधित अधिकारियों पर जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है. इधर दुर्घटना को रोकने के उद्देश्य से रांची रेल मंडल ने प्रयोग के तौर पर अपने मंडल के छह ट्रेनों पर जीपीएस लगवाया है.
जांच कमेटी गठित
बता दें कि इस मामले को लेकर जांच कमेटी गठित की गई है. दोषी इंजीनियरों और लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई करने की बात डीआरएम ने कही है. यह मामला काफी तूल पकड़ चुका है. मामले में संबंधित इंजीनियर और पदाधिकारियों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है.
जीपीएस करेगा अगाह
वहीं, रांची रेल मंडल के लिए एक अच्छी खबर भी है. बढ़ती दुर्घटनाओं को देखते हुए रांची रेल मंडल ने प्रयोग के तौर पर रांची रेल डिवीजन की छह ट्रेनों के इंजन में जीपीएस सिस्टम लगाया गया है. एक ट्रैक पर दो ट्रेनों का अगर गलती से परिचालन हो गया तो उस पर इससे रोक लगाई जा सकेगी. यह सिस्टम इस तरीके से विकसित किया गया है कि इंजन में बैठे ड्राइवर को यह पता चल जाएगा कि ट्रैक पर अन्य कोई ट्रेन आ रही है. इसके बाद दोनों ट्रेनें रुक जाएंगी और नजदीकी स्टेशन को इसकी सूचना भी मिल जाएगी.
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छह ट्रेन के इंजनों में जीपीएस
सीपीआरओ नीरज कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि इंजनों में जीपीएस लगाने का काम तेजी से चल रहा है. हालांकि अभी रांची रेल डिवीजन में केवल छह ट्रेन के इंजनों में ही जीपीएस लगाया गया है. अगर यह प्रयोग पूरी तरह सफल होता है तो रांची रेल मंडल द्वारा परिचालित तमाम ट्रेनों में जीपीएस सिस्टम को डेवलप किया जाएगा.