रांचीःभारतरत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर अंबेडकर चौक डोरंडा स्थित उनकी प्रतिमा पर राज्यपाल रमेश बैस एवं मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने माल्यार्पण किया. इस अवसर पर बाबा साहेब के कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें नमन किया.
संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती, राज्यपाल रमेश बैस और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया नमन - ranchi news
रांची के डोरंडा में अंबेडकर चौक स्थित उनकी प्रतिमा पर राज्यपाल रमेश बैस और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया. उनके बताए मार्ग पर चलने की बात कही
सीएम ने ट्वीट कर किया नमन ट्वीट के माध्यम से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बाबा साहेब के प्रति आदर प्रकट करते हुए लिखा है कि सदियों से शोषित रहने को विवश समाज का प्रकाश है संविधान. वंचित समाज को शिक्षा और हक-अधिकार प्रदान करने का स्तंभ है संविधान, महज एक किताब नहीं, ग्रंथ समान है संविधान, संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहेब डॉ भीम राव अंबेडकर जी की जयंती पर शत-शत नमन.
दलित समुदाय से होने के कारण उन्हें अपनी पढ़ाई के लिए कई तरह की समस्याओं का भी सामना करना पड़ा. लेकिन उनकी रूचि पढ़ने में थी इसी कारण से वो देश के पहले नागिरक थे जिन्होंने विदेश से पीएचडी की. आजादी के बाद 1947 में बाबा साहब देश के पहले कानून मंत्री बने. वो उस समिति के अध्यक्ष थे जिसने भारत का संविधान लिखा. हालांकि उन्होंने 1951 में पंडित जवाहर लाल नेहरू की कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था. बाद में दलितों का शोषण देखते उन्होंने हिन्दू धर्म को छोड़कर अपने समर्थकों के साथ बौद्ध धर्म स्वीकार कर लिया. 6 दिसंबर, 1956 में उनका निधन हो गया. आज देश ऐसे महापुरुष को याद कर गौरवान्वित हो रहा है.