रांचीः राजधानी में जमीन से जुड़े धोखाधड़ी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. ताजा मामला रांची के गोंदा इलाके का है. यहां एक व्यक्ति से जमीन दिलवाने के नाम पर 14.50 लाख रुपये की ठगी कर ली गई. मामले में पीड़ित ने गोंदा थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई है.
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क्या है पूरा मामला
रांची के कोकर हैदर अली रोड निवासी अलबिनुस तिर्की ने शनिवार को गोंदा थाने में जमीन के नाम पर 14.50 लाख रुपये धोखाधड़ी करने को लेकर प्राथमिकी दर्ज करायी है. प्राथमिकी गाेंदा थाना क्षेत्र के गांधीनगर निवासी राजकुमार जायसवाल उनके पुत्र रितेश जायसवाल और पुत्री विजया जायसवाल के खिलाफ दर्ज करायी गई है. पुलिस को दिये बयान में अलबिनुस तिर्की ने कहा कि मुझे फार्म हाउस के लिए जमीन खरीदना था. राजकुमार जायसवाल ने मुझसे संपर्क कर कहा कि अनगड़ा के सिरका मेड़ के समीप 18.82 डिसमिल जमीन है. उक्त जमीन बिक्री की है. 20 सितंबर 2020 को अपने सहयोगी के साथ जमीन देखने गये. जमीन पसंद आ गई. जमीन के कागजात की मांग की तो राजकुमार जायसवाल ने जमीन मालिक को देने के लिए पांच लाख रुपये की मांग की.
चेक के माध्यम से दिए गए पैसे
25 सितंबर 2020 को चेक के माध्यम से राजकुमार जायसवाल को पांच लाख रुपये दे दिया. उसने कागजात देने के लिए एक माह का समय देने की मांग की. एक माह बाद जब कागजात देने को कहा तो फिर पैसे की मांग की. अलग-अलग तरह का बहाना बनाकर कर तीन बार में 14.50 लाख रुपये लिये, लेकिन जमीन नहीं दी. बार बार जमीन दिलाने के लिए कहने पर भी जब कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया तो पैसा वापस करने को कहा. इस पर बहाने बनाने लगा. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
इधर लालपुर में भी 10 लाख की ठगी
रातू रोड निवासी प्रकाश कुमार सिंह ने शनिवार को पैनकार्ड का गलत इस्तेमाल कर आईसीआईसीआई बैंक से 10 लाख रुपये लोन निकाल लेने के मामले में लालपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. मूल रूप से पलामू के पाटन निवासी प्रकाश कुमार सिंह का रातू रोड में जूते-चप्पल की दुकान है. पुलिस को दिये बयान में प्रकाश ने कहा कि मेरा आईसीआईसीआई बैंक में खाता है. मेरा सिविल स्कोर लगातार डाउन हो रहा था, पूछताछ करने बैंक गया तो बताया गया कि मेरे नाम पर 10 लाख रुपये का पर्सनल लोन बकाया है. यह सुनकर मैं परेशान हो गया. मैंने कोई लोन नहीं लिया. पिछले चार सितंबर से अपना कारोबार छोड़कर बैंक का चक्कर लगा रहा हूं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. पुलिस से उचित कार्रवाई की गुहार लगायी गई है.