रांचीः नगड़ी थाना क्षेत्र के रिंग रोड-लोधमा ओवर ब्रिज के पास बीते शनिवार को हुए डबल मर्डर मामले का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
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रांची के नगड़ी थाना इलाके में दो युवकों की बेरहमी से हत्या के मामले में पुलिस ने बताया कि जेल में हुए विवाद के बाद इस दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया गया था. इस वारदात में इन चारों के नाम सामने आए हैं. पुलिस ने इनको गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है. 6 नवंबर को रांची-खूंटी सीमावर्ती इलाके से सटे लोधमा के पास इन दोनों का शव बरामद किया गया था.
जेल में मदद के बदले मांग रहा था पैसे
रांची के रूरल एसपी नौशाद आलम ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि दोहरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड बबलू खान है. बबलू और एनामुल की पहचान रांची जेल में हुई थी. एनामुल चोरी के केस में जेल में बंद था जबकि बबलू खान आर्म्स एक्ट में. जेल में खाने पीने की दिक्कत ना हो और कोई दूसरा कैदी एनामुल को तंग ना करें इसकी व्यवस्था बबलू खान ने की. इसके एवज में बबलू ने एनामुल से 40 हजार की मांग की थी. बबलू ने उसे यह भी कहा था कि अगर वह पैसे नहीं दे पाएगा तो उसे एक काम करना होगा. उस दौरान बबलू ने यह नहीं बताया था कि पैसे के बदले में आखिर उसे कौन सा काम करना होगा.
जेल से बाहर आने के बाद हरेंद्र नाम के जमीन कारोबारी की हत्या करने को कहा
एनामुल चोरी के आरोप में जेल में बंद था जल्द ही वह जेल से बाहर आ गया, जबकि बबलू कुछ दिनों के बाद जेल से बाहर निकला. जेल से निकलते ही बबलू ने एनामुल को अपने पास बुलाया और कहा कि जमीन के कारोबार में उसके दुश्मन हरेंद्र सिंह को वह जान से मार दे. जब एनामुल ने इससे इनकार किया तब बबलू उससे पैसे की डिमांड करने लगा. बबलू लगातार एनामुल को हरेंद्र की हत्या करने की बात कहता था और ऐसा नहीं करने पर उसे ही जान से मारने की धमकी देता था.
चार नवंबर को बबलू को अपने पास बुला बना लिया बंधक
इसी बीच बबलू ने एनामुल को सद्दाम नाम के युवक के द्वारा अपने पास बुला लिया, उस समय एनामुल के साथ उसके साथ काम करने वाला नन्हू अंसारी भी साथ में था. दोनों जब बबलू के पास पहुंचे तब बबलू हरेंद्र की हत्या का दबाव डालने लगा इनकार करने पर अपने तीन साथियों के साथ हॉकी स्टिक और बेसबॉल से बुरी तरह से एनामुल की पिटाई की गई. अत्यधिक पिटाई की वजह से एनामुल की मौके पर ही मौत हो गई. नन्हू अंसारी एनामुल के हत्या का चश्मदीद गवाह था इसलिए उसकी भी हत्या कर दी गई. नन्हू अंसारी कि हत्या रस्सी से गला दबाकर की गई थी.
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कांके में हत्या, नगड़ी में शव को लगाया ठिकाने
दोनों की हत्या करने के बाद चारों आरोपियों ने मृतकों के शव को उठा कर लगभग 25 किलोमीटर दूर नगड़ी इलाके के रिंग रोड के पास फेंक दिया ताकि किसी को भी उन पर शक ना हो. दोनों शव को ठिकाने लगा कर उनके फोन भी हत्यारों ने गायब कर दिए. यहां तक कि उनके पहचान पत्र और कपड़ों को भी जला दिया गया.
टेक्निकल सेल से मिला सुराग
मामले की तफ्तीश में जुटी पुलिस को उस समय अहम जानकारी मिली जब एनामुल की पत्नी ने बताया कि उसके पति को बबलू खान ने मिलने के लिए बुलाया था. अंतिम समय उसने यह फोन कर अपनी पत्नी को यह बताया था कि बबलू भैया ने उसे अपने घर में बिठा रखा है जैसे ही वो उसे छोड़ेंगे वह घर लौट आएगा. जिसके बाद पुलिस टेक्निकल टीम के सहयोग से बबलू खान और हत्या में शामिल उसके तीन अन्य दोस्त सद्दाम उर्फ कांटा, अमित कुमार वर्मा और टोनी लोहरा को भी धर दबोचा. गिरफ्तार अपराधियों के निशानदेही पर हत्याकांड को अंजाम देने के लिए प्रयोग किए गए हॉकी स्टिक, बेसबॉल, एनामुल के जले हुए कपड़े और रस्सी बरामद कर लिया गया.
हरेंद्र हैं बर्खास्त पुलिस कर्मी
बबलू खान जिस हरेंद्र सिंह की हत्या का दबाव इनामुल पर दे रहा था वह झारखंड पुलिस का बर्खास्त जवान है. जमीन कारोबार में वर्चस्व को लेकर कई बार हरेंद्र सिंह के द्वारा की गई गोलीबारी की वजह से उसे बर्खास्त कर दिया गया था. हरेंद्र और बबलू खान में काफी समय से जमीन विवाद को लेकर अदावत चल रही थी.
शातिर अपराधी है बबलू खान
वहीं इनामुल की हत्या का मुख्य आरोपी बबलू खान राजधानी का शातिर अपराधी है, आर्म्स एक्ट के मामलों में वह कई बार जेल जा चुका है. उसके घर से पुलिस ने छापेमारी के क्रम में कार्बाइन और पिस्टल बरामद किया था, जिसके बाद वह जेल भेजा गया था. जेल से निकलने के बाद भी वह अपराधिक गतिविधियों और जमीन पर कब्जे के काम में लगातार सक्रिय था.