रांची: कांके विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के पूर्व विधायक रामचंद्र बैठा की हृदय की गति रुकने के कारण निधन हो गया. रात के लगभग 12:00 बजे अचानक उन्हें दिल का दौरा पड़ा जिसके बाद उनकी मौत हो गई. बीजेपी के पूर्व विधायक रामचंद्र बैठा अनुसूचित जाति के दिग्गज नेता माने जाते थे. भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता जिन्होंने चार बार कांके विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की. उन्होंने लंबे समय तक भारतीय जनता पार्टी का परचम लहराया.
भाजपा में थे समर्पित
बता दें कि 2014 में उनका टिकट काटकर डॉ जीतू चरण राम को दिया गया. जिसके बाद फिर 2019 में रामचंद्र बैठा प्रबल दावेदार के रूप में सामने थे. लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट न देते हुए समरी लाल को टिकट दिया. रामचंद्र बैठा कांके विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रह चुके हैं. 1990 में रामचंद्र बैठा को भारतीय जनता पार्टी ने टिकट दिया था. जिसके बाद 1990 में कांके विधानसभा के विधायक बनें. 1995 में भी कांके विधानसभा क्षेत्र के जनता ने उन्हें भरपूर समर्थन दिया. जिसके बाद 2000 में रामचंद्र नायक को रामचंद्र बैठा का टिकट काटकर टिकट दिया, उन्होंने भी जीत हासिल किया.
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कांके विधानसभा क्षेत्र में गमगीन माहौल
वहीं, 2005 में रामचंद्र बैठा को बीजेपी ने टिकट दिया, उसमें भी भारी मतों से जीत हासिल हुई. 2009 में भी भारतीय जनता पार्टी का परचम कांके विधानसभा क्षेत्र में लहराया. पूर्व विधायक रामचंद्र बैठा कांके विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता माने जाते थे. उनकी मौत की खबर के बाद पूरे कांके विधानसभा क्षेत्र में गमगीन माहौल है.
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केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पूर्व सीएम ने जताया दुख
इधर, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि बैठा के निधन से भाजपा ने एक समर्पित कार्यकर्ता खो दिया है. बैठा हमेशा जनहित के कार्यों में सक्रिय रहते थे. साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी बैठा के निधन पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि उनके निधन से भाजपा ने एक समर्पित कार्यकर्ता खो दिया है. ऐसी स्थिति में ईश्वर उनकी आत्मा को शांति और उनके परिजनों को दुख सहने की शक्ति प्रदान करे.