रांची:सोमवार को रांची के डुमरदगा बाल सुधार गृह में हुए बवाल के बाद 19 बाल बंदियों के खिलाफ सदर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. बाल सम्प्रेक्षण गृह के वरीय गृहपति की ओर से ये कार्रवाई की गई है. वहीं बाल सुधार गृह के बाल बंदियों की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों को निर्देश दिया गया है कि किसी भी हाल में दोबारा ऐसी घटना नहीं घटे. अगर ऐसा हुआ तो संबंधित सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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रांची के बालसुधार गृह में बवाल के बाद एक्शन में पुलिस, 19 बाल बंदियों के खिलाफ FIR दर्ज
रांची के बाल सुधार गृह में मारपीट का मामला सामने आया है. डुमरदगा बाल सुधार गृह में दो गुटों में हुई मारपीट के बाद तीन बाल कैदी घायल हो गए हैं. बवाल के बाद 19 बाल बंदियों के खिलाफ सदर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है.
सर्च ऑपरेशन के दौरान मोबाइल बरामद: मारपीट की घटना के बाद बाल सम्प्रेक्षण गृह प्रशासन की ओर से सर्च अभियान चलाया गया. इस दौरान चार बाल बंदियों के पास से मोबाइल भी बरामद किया गया है. जिसे जब्त कर सदर पुलिस के हवाले कर दिया गया है. दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. घटना में शामिल बाल बंदियों से पुलिस की टीम पूछताछ करने की तैयारी कर रही है.
मारपीट में तीन बंदी हुए थे घायल: दर्ज प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि बीते सोमवार की शाम पांच बजे रांची और खूंटी के बाल बंदियों के गुट आपस में उलझ गए. जिसके बाद दोनों गुटों में जमकर मारपीट हुई. दोनों गुट के बाल बंदियों की ओर से लाठी डंडे भी चले. इस घटना में तीन बाल बंदी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं जिन्हें आनन-फानन में रिम्स में भर्ती कराया गया है. बताया जा रहा है कि रांची और खूंटी के बाल बंदियों के बीच वर्चस्व को लेकर झगड़ा हुआ है. घटना में शामिल कुछ बाल बंदियों को चिहिन्त कर दूसरे बाल सम्प्रेक्षण गृह में भेजने की तैयारी की जा रही है.
पहले भी हुई थी मारपीट: रांची के डुमरदगा बाल सुधार गृह में 22 फरवरी को भी अहले सुबह लगभग पांच बजे बंदियों के दो गुटों के बीच जमकर मारपीट हुई थी. यह घटना गैंगवार जैसी थी. इसके कारण करीब आधा दर्जन से ज्यादा बंदी गंभीर रूप से घायल हो गये थे. हिंसक झड़प के बाद प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए 10 बाल बंदियों को दूसरे जिलों में शिफ्ट कर दिया था, वही 13 पर एफआईआर दर्ज की गई थी. बाल बंदियों से रंगदारी मांगने और अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए बदमाशी करने वाले बंदियों को रांची जिला प्रशासन ने चिह्नित किया था. जिसके बाद ऐसे 10 बाल बंदियों को तीन अलग अलग स्थानों में ट्रांसफर कर दिया गया था.