रांची: दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिट्टी-चोखा खाने के बाद सोशल मीडिया पर लिट्टी चोखा ट्रेंड करने लगा. लिट्टी-चोखा यूं तो बिहार का सिग्नेचर डिश है. लेकिन झारखंड के स्ट्रीट फूड में भी इसका खास महत्व है. रांची के डोरंडा स्थित भोला लिट्टी स्टॉल की बात ही निराली है. 70 साल पहले इसकी स्थापना हरिवंश केवट ने की थी. अब दुकान संचालित करने वाले भोला केवट कहते हैं कि यह शहर का सबसे पुराना लिट्टी स्टॉल है.
वहीं भोला के लिट्टी को लालू प्रसाद यादव भी खूब पसंद करते हैं. उनके प्रशंसक पार्सल करा कर जेल ले जाते हैं. कहा जाता है कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने ही लिट्टी-चोखा को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई थी. झारखंड में लिट्टी चोखा इस कदर फेमस हुआ है कि शायद ही इस राज्य का कोई शहर होगा जहां लिट्टी चोखा नहीं बिकता होगा.
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रांची में लिट्टी चोखा के स्टॉल की भरमार है लेकिन झारखंड हाईकोर्ट के बगल में तुलसी चौक पर लगने वाली लिट्टी चोखा की दुकान जैसे ट्रेडमार्क बन गई है. नाम है भोला लिट्टी. लालू प्रसाद भी हमेशा भोला की दुकान से लिट्टी चोखा मंगवाते रहे हैं. भोला का कहना है भले लालू प्रसाद यादव जेल में हो लेकिन उनके प्रशासक आज भी भोला के इस लिट्टी को लालू प्रसाद यादव के डिमांड से पार्सल कराकर ले जाते हैं.
मूल रूप से बिहार निवासी हैं ठेला संचालक भोला