रांची: अशोक नगर कॉलोनी से पकड़ी गई फर्जी महिला आईएएस अधिकारी (Fake Women IAS Officer) मोनिका आखिरकार सलाखों के पीछे चली गई. शनिवार को रांची पुलिस ने मोनिका को जेल भेज दिया है. जेल जाने से पहले मोनिका ने बताया कि वह 2018 के यूपीएससी एग्जाम में पीटी और मेंस क्लियर कर चुकी थी, लेकिन इंटरव्यू में चूक गई. इसी वजह से उसने फर्जी आईएएस अधिकारी (Fake Female IAS Officer) बनने का ढोंग रचा था.
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कहानी पूरी फिल्मी
साल 2018 में यूपीएससी का मेंस और पीटी क्लियर करने के बाद मोनिका यह मानने लगी थी कि वह अब आईएएस अधिकारी बन जाएगी. लेकिन वह इंटरव्यू में फेल हो गई. फेल हो जाने के बावजूद मोनिका ने एक फिल्मी प्लॉट तैयार किया और फर्जी आईएएस अधिकारी बन गई. अपने आप को आईएएस अधिकारी साबित करने के लिए ड्राइवर, बॉडीगार्ड भी रख लिया. मोनिका ने पुलिस को बताया कि उसने साल 2018 में ही यूपीएससी की पीटी और मेंस क्लियर किया था. इसके बाद उसने अपने रिश्तेदारों, दोस्तों को बता दिया था कि वह यूपीएससी क्रैक कर चुकी है.
इसके बाद सभी रिश्तेदार उसे एक आईएएस के रूप में जानने लगे थे. इस झूठ से पर्दा न उठ जाए, इसलिए वह आईएएस बनकर स्टेटस मेनटेन करने लगी. रांची में वह खुद को 2020 बैच की आईएएस अधिकारी बता रह रही थी. इसकी जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने बीते शुक्रवार को उसे गिरफ्तार कर लिया. वह अशोक नगर रोड नंबर एक के मकान संख्या C/06 में रहती है. जबकि मूल रूप से वह 213 बड़वाराकला, ग्राम कला, तहसील बड़वारा जिला-कटनी मध्य प्रदेश की रहने वाली है. पिता शेषमणि हेडमास्टर हैं. जबकि मां हेडक्लर्क हैं.
फेसबुक पेज पर भी मोनिका IAS के नाम