रांची: कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए हैंड सेनेटाइजर एक बड़ा हथियार है लेकिन कोरोना काल में बाजार में कई नकली सेनेटाइजर भी बिक रहा है. जिसकी वजह से लोगों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यहां तक की स्किन की समस्या से लोग परेशान हैं और अस्पताल के चक्कर लगाने को मजबूर हैं.
दरअसल, कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोग दिनभर में कई बार हैंड सेनेटाइजर का इस्तेमाल करते हैं लेकिन सेनेटाइजर से ही बीमारी होने लगे तो लोग क्या करें. कुछ ऐसे ही हालात इन दिनों राजधानी रांची में देखने को मिल रहे हैं. सेनेटाइजर की वजह से कई लोग स्किन बीमारी के शिकार हो रहे हैं और अस्पताल का चक्कर लगा रहे हैं.
इसी कड़ी में एक केस रिम्स में काम कर रहे विजय सिंह के साथ हुआ. उन्होंने बताया कि दिन में कई बार हाथों को सेनेटाइज करने से उनके हाथों में रेसिस होने लगे. इसके बाद उसमें घर घाव का रूप ले लिया. धीरे धीरे उनका घाव इतना बढ़ गया कि पिछले 4 महीने से वह रिम्स में ही इलाज करवा रहे हैं लेकिन वह ठीक नहीं हुआ है.
वहीं, रिम्स स्किन डिपार्टमेंट के डॉ वाई ए लाल ने बताया कि सेनेटाइजर में ट्राईकोलोशन नाम का केमिकल होता है जिससे हाथ की स्किन सूख जाती है. ज्यादा इस्तेमाल से केमिकल त्वचा से होते हुए खून में मिल जाता है. जिससे यह मांसपेशियों को नुकसान पहुंचाता है. सेनेटाइजर से स्किन इन्फेक्शन के हर दिन कई केस आ रहे हैं. हालांकि उन्होंने इन्फेक्शन से बचने के उपाय भी बताए.
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कोरोना काल में जहां लोग एक दूसरे की सेवा के लिए बढ़ चढ़ कर आगे आए हैं तो वही कुछ ऐसे कालाबाजारी भी है, जो नकली सेनेटाइजर के माध्यम से मुनाफा कमाने में लगे हैं. जिसका खामियाजा आम लोगों को बीमारी को दावत देकर भुगतना पड़ रहा है.