रांची: झारखंड पुलिस ने सूचना तंत्र और सुरक्षा व्यवस्था के लिए सिस्टम सुधारने को लेकर 17.83 करोड़ रुपए खर्च होंगे. वहीं चौकाने वाली बात यह है कि झारखंड पुलिस नक्सलियों और अपराधियों की सूचना पर होने वाले खर्च से दोगुनी से भी अधिक राशि डीजल पर खर्च करेगी.
सबसे अधिक डीजल का बजट
जानकारी के अनुसार आवंटित राशि का 7.65 करोड़ केंद्रीय सशस्त्र बलों पर खर्च होंगे. जहां थाना, ओपी और टीओपी पर 2.27 करोड़, गुप्तचरों पर 2 करोड़ रुपए का खर्च किया जाएगा. जबकि गुप्तचरों और थानों के मजबूतीकरण पर होने वाले खर्च से अधिक 5.25 करोड़ का बजट पुलिस ने डीजल से इलेक्ट्रिफिकेशन के लिए रखा है. वहीं रांची, जमशेदपुर, पलामू, सरायकेला जिले में डीजल पर 40-40 लाख रुपए खर्च रखा है. जबकि गुमला, लातेहार, गिरिडीह, हजारीबाग में हर एक जिले को 50 लाख रुपए रखा गया है. लोहरदगा, गढ़वा में डीजल पर खर्च 20- 20 लाख, दुमका में 35 लाख, धनबाद, कोडरमा और रामगढ़ में 10-10 लाख डीजल पर खर्च होंगे. रांची में थानों की मजबूती के लिए 80 लाख, लातेहार में 50 लाख, खूंटी में 17 लाख और चाईबासा में 80 लाख का खर्च होगा.