रांची:कहा जाता है कि अगर नए साल का पहला दिन अच्छे से बीते तो पूरा दिन साल अच्छा बीतता है. इसी उम्मीद के साथ कई लोग पिकनिक मनाते हैं तो कुछ लोग मंदिर में भगवान का आशीर्वाद लेने पहुंचते हैं ताकि नए साल में भगवान का आशीर्वाद बना रहे. हालांकि इस दौरान लोगों की बड़ी लापरवाही दिखी. मंदिर में ना तो लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया और ना ही मास्क लगाया. ये ऐसे समय लापरवाह हो रहे हैं जब झारखंड में कोरोना की तीसरी लहर (third wave of corona in jharkhand) ने दस्तक दे दी है. हर दिन कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं.
नए साल के मौके पर मंदिर में पूजा करने पहुंचे श्रद्धालु, कोरोना प्रोटोकॉल की सरेआम उड़ी धज्जियां - Devotees reached the temple to worship
झारखंड में कोरोना की तीसरी लहर (third wave of corona in jharkhand) दस्तक दे चुकी है. लेकिन इसके बाद भी लोग लापरवाह बने हुए हैं. नए साल के अवसर पर कई लोग मंदिर पहुंचे ताकि उनका पूरा साल अच्छे से बीते. लेकिन इस दौरान उन्होंने कोरोना गाइडलाइन का पालन ना करके ना सिर्फ अपनी बल्कि अपने परिजनों की जान भी खतरे में डाल दी.
नए साल के पहले दिन कई लोग मंदिर जाकर भगवान के दर्शन करते हैं ताकि पूरे साल उन्हेंन भगवान का आशीर्वाद मिलता रहे. रांची के मंदिरों में भगवान का आशीर्वाद लेने के लिए लोग पूरे परिवार के साथ पहुंचे और विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की. राजधानी के प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर में भी हजारों की संख्या में लोग पहुंचे. हालांकि यहां पर कोई भी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करता नहीं दिखा. लोग बिना मास्क के ही मंदिर पहुंचे.
वहीं, प्रशासन की तरफ से भी किसी तरह की कड़ाई नहीं बरती गई. झारखंड में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. इसे लेकर केंद्र सरकार से लेकर झारखंड स्वास्थ्य विभाग तक परेशना है लेकिन लोगों में कोरोना को लेकर किसी भी तरह का कोई डर नहीं दिखा.